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शहर के पूजा पंडाल: पंडाल में दिखेगी ग्रामीण शिल्प कला की झलक

बांधगाड़ी श्री दुर्गा पूजा समिति द्वारा इस वर्ष पूजा पंडाल में ग्रामीण कुटीर शिल्प कला को प्रदर्शित किया जाएगा। इको फ्रेंडली काल्पनिक मंदिर के प्रारूप को टेराकोटा की तीन हजार मूर्तियों से सजाया-संवारा...

शहर के पूजा पंडाल: पंडाल में दिखेगी ग्रामीण शिल्प कला की झलक
हिन्दुस्तान टीम,चतराMon, 04 Sep 2017 03:43 PM
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बांधगाड़ी श्री दुर्गा पूजा समिति द्वारा इस वर्ष पूजा पंडाल में ग्रामीण कुटीर शिल्प कला को प्रदर्शित किया जाएगा। इको फ्रेंडली काल्पनिक मंदिर के प्रारूप को टेराकोटा की तीन हजार मूर्तियों से सजाया-संवारा जाएगा। इसके निर्माण में बांस, लकड़ी और पश्चिम बंगाल में उगने वाली घास का प्रयोग किया जाएगा। पंडाल के बाहरी प्रारूप को हरी-भरी धरती माता के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। हरियाली के बीच धरती माता को आशीर्वाद की मुद्रा में विराजमान किया जाएगा। पंडाल के आंतरिक भाग में थर्मोकोल एवं चटक रंगों से मनोहारी दृश्य प्रदर्शित किया जाएगा। पंडाल का निर्माण खोखन दा एवं देवाशीष दा के नेतृत्व में कंटई के 40 कारीगर कर रहे हैं। पंडाल की ऊंचाई 55 फीट, चौड़ाई 60 फीट एवं लंबाई 70 फीट होगी।संस्था के अध्यक्ष रमेश गोप, शिव महतो, मनोज गोप, मोहन गोप, रूपेश सिंह, अनूप तिवारी, नीरज महतो, मनीष टोप्पो, सोहन गोप एवं मीडिया प्रभारी संजय कुमार मिनोचा ने बताया कि संस्था वर्ष 1963 से पूजा कर रही है। 54 साल के दौरान संगठन की ओर से दर्शनार्थियों के लिए तरह-तरह के प्रारूप प्रदिर्शत किए जा चुके हैं। जिसकी सैकड़ों श्रद्धालु तारीफ कर चुके हैं। पूजा के आयोजन में संस्था की ओर से 25 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। पूजा समिति इससे पूर्व चालीस से अधिक मूर्तियों के माध्यम से मानव के क्रमिक विकास को दर्शा चुकी है।

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