विश्व आदिवासी दिवस पर मनोहरपुर-आनंदपुर में संगठनों ने किये कार्यक्रम
मनोहरपुर-आनंदपुर प्रखंड में शुक्रवार को विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर विभिन्न संगठनों ने कार्यक्रम आयोजित किए। आदिवासी समन्वय समिति ने मणिपुर आम बागान में समारोहपूर्वक आदिवासी दिवस मनाया। झारखंड...
मनोहरपुर, संवाददाता । मनोहरपुर-आनंदपुर प्रखंड में शुक्रवार को विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर विभिन्न संगठनों व सामाजिक कमेटीयों ने यहां जगह-जगह कई कार्यक्रम किये। शुक्रवार को यहां के मणिपुर आम बागान परिसर में आदिवासी समन्वय समिति ने समारोहपूर्वक आदिवासी दिवस मनाया। मुख्य वक्ता आस संयोजक सुशील बारला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन आदिवासियों के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण और एतिहासिक है। आदिवासी दिवस हमें अधिकारों की सुनिश्चितता, सुरक्षा, संरक्षण की योगदान को चिन्हित करता है। अपने ही देश में आदिवासी अपने मूल पहचान अस्मिता और आस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है। भारत का संविधान हमें आत्म सम्मान के साथ जीने, पांचवी अनुसूची के तहत इलाकाई अधिकार प्रदान करता है। आदिवासी अधिकार को संरक्षित और संरक्षण के लिए पेसा कानून, सीएनटी एक्ट, विल्किंसन कानून, संविधान के पांचवीं अनुसूची रहते आदिवासी समाज संवैधानिक अधिकारों से वंचित है। झारखण्ड आन्दोलनकारी सलन डहंगा ने कहा कि पांचवीं अनुसूचित क्षेत्रों में सभी एकल पद पर आदिवासी ही मुखिया के पद पर आसीन हैं लेकिन अपने अधिकारों से वंचित हैं। झारखण्ड राज्य गठन हुए 24 बर्ष होने के बाद भी हम शिक्षा, व्यवस्था एवं पेयजल जैसे मौलिक सुविधाओं से वंचित हैं। कार्यक्रम में सर्वसम्मति से संविधान के अनुच्छेद-13 (5ए) बनाकर संविधान में "आदिवासी" शब्द जोडने, संविधान के पांचवी अनुसूची को अनुसूचित क्षेत्रों में अक्षरश: लागू करने, संविधान के अनुसूचित क्षेत्रों में डेमोग्राफी चेंज को रोकने के लिए संविधान के अनुच्छेद-19(5)(6) के तहत राज्य सरकार कानून बनाकर बाह्या लोगों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने, सीएनटी एक्ट की धारा-46 उपधारा-1 का परन्तुक (क) को संशोधित कर पुलिस थाना को विलोपित कर सम्पूर्ण झारखण्ड में करने, पंचायत उपबंध अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार अधिनियम-1996 पेसा कानून का नियमावली बनाकर तत्काल लागू करने, राज्य में तत्काल स्थानीय नीति बनाकर लागू करने, तत्काल भूमि बैंक को रद्द करने, प० सिंहभूम (कोल्हान) में कोल्हान अधिक्षक की नियुक्ति तत्काल करने आदि मांगों से सम्बंधित प्रस्ताव पास किये गए। बैठक को शीला मुखी, जागेश्वर सिंह, मनोहर लोमगा, शान्तिएल काडयबुरु, नरेंद्र केरकेट्टा, करूणा तोपनो, मोजेस चेरोवा, बेनेडिक्ट लुगुन ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में अनन्दपुर, गुदड़ी, गोइलकेरा, मनोहरपुर प्रखण्ड के लोग उपस्थित रहे।
आनंदपुर में बिरसा मुंडा के तस्वीर पर किया माल्यार्पण
आनंदपुर के भालडूंगरी चौक में विश्व आदिवासी दिवस में स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने भगवान बिरसा के तस्वीर पर माल्यार्पण किया। साथ ही मौके पर सुभाष नाग ने संबोधित कर ग्रामीणों को आदिवासियों के हक़ से सम्बंधित जानकारी दिया। कहा की झारखण्ड में अभी भी आदिवासियों को उनका पूर्ण अधिकार नहीं मिला। वहीं सन्नी लुगुन ने भी संबोधित कर आदिवासी हितों से सम्बंधित मुद्दे रखे।
चिड़िया में निकाली रैली
विश्व आदिवासी दिवस चिरिया मे स्थानीय ग्रामीणों ने चिरिया गांव में रैली निकाल कर आदिवासी दिवस की बधाई दी। ग्रामीणों ने यहां सरना स्थल पर पूजा किया। कार्यक्रम में बीडीओ शक्ति कुंज पांडे भी शामिल हुए। गांधी मैदान में आदिवासी समुदाय द्वारा आदिवासी वेश-भूषा में नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में आदिवासी हो समाज के अमर सिंह सिद्धू, शिव नारायण बोदरा लक्ष्मण सामद, मंगल हांसदा के साथ अन्य शामिल थे। इससे पूर्व आदिवासी मशीह समुदाय द्वारा बाजार हाता बिपत घर के सामने से जुलूस निकाली गई।
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