केंद्रीय बजट : किसी ने सराहा तो किसी ने चुनावी बजट बताया
बुधवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने संसद में दूसरी बार बजट पेश किया। इस बजट को किसी ने सराहा तो किसी ने चुनाव बजट...

चक्रधरपुर, संवाददाता। बुधवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने संसद में दूसरी बार बजट पेश किया। इस बजट को किसी ने सराहा तो किसी ने चुनाव बजट बताया। कुछ लोगों ने कहा कि इनकम टैक्स में केंद्र सरकार ने राहत देने का काम किया है। पहले 5 लाख रुपये तक की छूट थी, लेकिन इस बजट में 7 लाख तक की छूट दी गई है। इससे सभी वर्ग को इसका फायदा मिलेगा। कुछ लोगों का कहना है कि जीएसटी में कोई छूट नहीं दी गयी है जिससे खाद्य वस्तुओं की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी होगी। इससे गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों पर खासा असर पड़ेगा।
किसानों को राहत भर बजट है। किसानों को इस बजट में 20 लाख करोड़ रुपये का ऋण दिया गया है। आने वाले दिनों में किसानों को फायदा मिलेगा।
-चाड़ा बोदरा, किसान
जीएसटी में किसी तरह की कोई छूट नहीं दी गयी है। लेकिन इस बजट में इनकम टैक्स में सात लाख की छूट मिली है। कुल मिलाकर राहत भरा बजट है।
-विनोद साहू, व्यवसायी चक्रधरपुर
मध्य वर्ग को भी राहत मिला है लेकिन गैस चूल्हा, आटा, चावल समेत अन्य वस्तुओं पर जीएसटी है। जीएसटी में सरकार ने कोई छूट नहीं दी है। इसके बावजूद राहत भरा बजट है। लोन में भी सुविधा मिलना चाहिए।
-श्रीनिवास कुमार, प्रोफेसर
यह बजट मध्यम वर्ग के लिए काफी सराहनीय है। महिलाओं को डिजाइन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा जिससे महिलाएं प्रशिक्षित होकर बेहतर रोजगार कर सकती हैं।
-नीतू देवी, गृहणी, चक्रधरपुर
-केंद्रीय बजट जनता के हित में है। केंद्र सरकार ने कृषि और आदिवासी एकलव्य विद्यालयों में शिक्षक एवं कर्मचारियों की नियुक्ति का प्रावधान किया है। कुल मिलाकर बजट संतुलित है।
-रामलाल मुंडा, आजसू, जिलाध्यक्ष पश्चिमी सिंहभूम
आम जनता को कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी वाला बजट है। आम जनता समझ चुकी है। इस बजट से किसान, शिक्षित व युवा वर्ग निराश है।
-बिश्राम मुंडा, जदयू, जिलाध्यक्ष पश्चिमी सिंहभूम
सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम लागू नहीं किया गया है। इसपर सभी कर्मचारियों को उम्मीद बंधी थी। पुरानी पेंशन स्कीम लागू नहीं होने से केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों में निराशा है।
-मनोज कुमार सिन्हा, प्रदेश अध्यक्ष अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ
वित्त मंत्री ने बहुप्रतीक्षित आयकर पर बड़ी घोषणा की है। आयकर में 7 लाख तक की इनकम टैक्स में छूट दी है। 2014 के बाद आयकर स्लैब में बदलाव किया गया है। इस बजट से भारतीय अर्थव्यवस्था सही राह पर है और भारत का भविष्य उज्जवल है।
-अशोक षाड़ंगी, पूर्व अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष
केंद्र सरकार द्वारा जो बजट पेश किया गया है वह जनता के हित में नहीं है। माध्यम वर्ग एवं गरीब तबके लोगों के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं दिया गया है। यह बजट पूंजीपतियों का बजट है। इस बजट में मनरेगा जैसे योजना में भी कटौती की गई हैं।
-सुखराम उरांव, विधायक सह झामुमो जिलाध्यक्ष पश्चिमी सिंहभूम
देश के लिए जन भावनाओं के अनुरूप बजट बनाया गया है। इसमें गरीब, किसान, मजदूर, महिलाएं, बुजुर्गों एवं युवाओं पर खास ध्यान दिया गया है। साथ ही अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जाति सभी के हितको ध्यान में रखते हुए बजट बनाई गई है।
-मालती गिलुवा, महिला मोर्चा प्रदेश सदस्य चक्रधरपुर