ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड चक्रधरपुरउद्घाटन के दूसरे दिन हटाया गया ट्रूनेट मशीन

उद्घाटन के दूसरे दिन हटाया गया ट्रूनेट मशीन

चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा मनोहरपुर सीएचसी और अब कोरोना जांच में आ रही परेशानी से समस्या दोगुनी हो गई...

उद्घाटन के दूसरे दिन हटाया गया ट्रूनेट मशीन
हिन्दुस्तान टीम,चक्रधरपुरWed, 23 Sep 2020 11:13 PM
ऐप पर पढ़ें

चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा मनोहरपुर सीएचसी और अब कोरोना जांच में आ रही परेशानी से समस्या दोगुनी हो गई है। मनोहरपुर में कोरोना के लगातार बढ़ते प्रभाव के कारण दिन-प्रतिदिन समस्या बढ़ती जा रही है। अब एंटीजन किट की कमी और ट्रूनेट मशीन वापस ले जाने से स्वास्थ्य विभाग की परेशानी और गई है जबकि बिना जांच के कई ग्रामीण वापस जा रहे हैं। वर्तमान स्थिति यह है कि मनोहरपुर में एंटीजन किट खत्म हो गया है जिससे यहां कोरोना जांच नहीं हो पा रहा है। जबकि ट्रूनेट मशीन उद्घाटन के दूसरे दिन ही यहां से हटाकर दूसरे जगह भेज दिया गया है। यदि ट्रूनेट मशीन यहां होता जो जांच में भी सुविधा होती और ग्रामीणों की परेशानी कम होती। व्यवस्था नहीं होने के कारण स्वास्थ्य विभाग भी क्षेत्र में सुविधा नहीं दे पा रही है। मनोहरपुर सीएचसी में मनोहरपुर, आनंदपुर प्रखंड, सारंडा के सभी गांव के अलावा गोईलकेरा प्रखंड के पार्लिपोस, दलकी, सेरेंगदा समेत दस गांव व ओडिशा सीमा क्षेत्र के लगभग सवा दो लाख ग्रामीण आश्रित हैं। जिला मुख्यालय से सवा सौ किमी दूर होने के कारण यहां से गंभीर रोगियों को राउरकेला भेजा जाता है।11 सितंबर को लगा 12 को यहां से हटा लिया गया मशीन : जिले के सुदूरवर्ती मनोहरपुर प्रखंड में कोरोना जांच की सुविधा बेहतर करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा मनोहरपुर सीएचसी में एक ट्रूनेट मशीन उपलब्ध कराया गया था। जो 11 सितंबर को मनोहरपुर में स्थापित किया गया था। जिसका उद्घटान जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. बी बी टोपनो ने किया था। पर दुर्भाग्यवश उद्घाटन के दूसरे दिन 12 सितंबर को जिला के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के आदेश पर पत्रांक संख्या 1833 के आलोक में ट्रूनेट मशीन को मनोहरपुर से हटाकर बड़ाजामदा सीएचसी को ट्रांसफर कर दिया गया।ट्रूनेट मशीन रहने से सुविधा होती : प्रभारीमामले को लेकर मनोहरपुर सीएचसी प्रभारी डॉ. एन सुम्बरुई ने बताया कि मनोहरपुर में किट की कमी है। इस कारण जांच प्रभावित हो रही है। कहा कि जिला के आदेश पर ट्रूनेट मशीन यहां से भेज दिया गया है, मशीन रहने से सुविधा होती।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें