रेल मंडल में करीब 400 गार्ड्स के पद खाली हैं और इन पदों का 60 प्रतिशत विभागीय कर्मचारियों को पदोन्नति देकर भरना है। लेकिन, चक्रधरपुर रेल मंडल द्वारा मात्र 26 कर्मचारियों का ही डीपीक्यू सिलेक्टेड लिस्ट के तहत चयन किया गया है। इससे कर्मचारियों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। यह बातें दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस तृणमूल कांग्रेस के केन्द्रीय संयुक्त महासचिव जहागीर हक ने कहीं। हक ने गुरुवार को संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ रेल मंडल के राजखरसावां, सीनी एवं बडाबांबो स्टेशन का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सामूहिक रूप से कार्यरत ट्रेकमैन समेत विभिन्न विभाग के कर्मचारियों से मुलाकात कर समस्या पर चर्चा की। कहा कि रेल प्रशासन हर तरफ से ट्रेकमेन एवं ग्रुप डी कर्मचारियों को दबाने की कोशिश कर रहा है। हक ने कहा चक्रधरपुर रेल मंडल में डिपार्टमेंटल प्रमोशन डीपीक्यू कोटा के तहत 60 प्रतिशत रेल कर्मचारियों को गुड्स गार्ड में लेने की बात कही गई थी, परंतु डीपीक्यु सिलेक्टेड लिस्ट के तहत सिर्फ 26 रेल कर्मचारियों को ही गुड्स गार्ड में चयन किया गया है। इतना ही नहीं, इस पदोन्नति में एसटी एससी एवं ओबीसी केटोगोरी को भी नजरअंदाज किया गया है। उन्होने कहा कि टैकमैन का लंबे समय से लंबित री-स्ट्रक्चरिंग को भी बंद कर रखा गया है, जिससे बेसिक में नुकसान हो रहा है। मेंस तृणमूल कांग्रेस ट्रेड यूनियन पदाधिकारियों ने कहा की जीडीसी इंटेक कोटा के तहत हर साल में दस प्रतिशत ट्रैकमैन को दूसरे विभाग में नियुक्ति देने की मांग की गयी है। जिसके 2800 ग्रेड पे हैं, उसे 4200 ग्रेड पे देने को लेकर रेल प्रशासन की ओर से ध्यान आकर्षित करना है। इसके अलावा गुड्स गार्ड में डिपाटमेंटल पदोन्नति में पुन: विचार करने की मांग की है।
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