टूल बॉक्स को हटा³ने के फरमान के खिलाफ रेल चालकों का प्रदर्शन
चक्रधरपुर रेल मंडल में आगामी एक जून से लाइन बॉक्स हटाकर ट्रेनों के गार्ड और लोको पायलट को ट्रॉली बैग जबरन दिए जाने के फरमान से रेल मंडल के रनिंग...
चक्रधरपुर। चक्रधरपुर रेल मंडल में आगामी एक जून से लाइन बॉक्स हटाकर ट्रेनों के गार्ड और लोको पायलट को ट्रॉली बैग जबरन दिए जाने के फरमान से रेल मंडल के रनिंग कर्मचारियों में गुस्से का उबाल है। इसके विरोध में शुक्रवार को चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के समीप स्थित क्रु एंड गार्ड कंबाइंड लॉबी के समक्ष ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन के द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। मौके पर बड़ी संख्या में लोको पायलट और सहायक लोको पायलटों ने धरना प्रदर्शन कर रेलवे के इस फरमान के खिलाफ नारेबाजी की। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन के मंडल उपाध्यक्ष एस पासवान ने कहा कि चालक एवं गार्ड का लाइन बॉक्स हटाने की रेलवे की लोकल प्रशासन की साजिश है। ट्रॉली बैग को प्लेटफार्म पर तो चला सकते हैं, लेकिन इंजन बिल्कुल आगे होता है। गुड्स ट्रेनों में तो इंजन प्लेटफार्म से दूर होता है। ऐसे में ट्रैक किनारे गिट्टियों पर ट्राली बैग खींचना असंभव है। रेल प्रशासन लाइन बॉक्स हटा कर ट्रॉली बैग के पांच हजार रूपये का लॉलीपॉप लोको पायलटों को दे रहा है। एसोसिएशन की मांग है कि लोको पायलट एवं ट्रेन मैनेजर को ट्रॉली बैग न देकर इंजन में ही टूल बॉक्स रखने की व्यवस्था कर दे। रनिंग स्टॉफ ड्यूटी के दौरान अपने पर्सनल बैग में खाने पीने का जरूरी सामान, कपड़े, पीने का पानी, रिकॉड बुक, वीएचएफ आदि लेकर चलता है। वहीं लाइन बॉक्स में पाइप रेंच, स्क्रू ड्राइवर, हथोड़ी, छैनी, जे क्लैप,प्रोटेबल टेलिफोन, पाईप, टेस्टर, ट्रॉय क्लर टॉर्च, एलपी नोट बुक, टीएसडी बुक, लाल हरा झंडा, डेटोनेटर सहित अन्य सामान जो कि कभी भी और कहीं भी किसी अप्रिय घटना को रोकने व निर्बाध रूप से रेल चलाने में प्रयुक्त होते हैं। जिसका अनुमानित वजन 15 से 20 किलो होगा। अगर यह सारा सामान ट्रॉली बैग में रख कर लोको पायलट ड्यूटी में जाएगा तो उसे इंजन तक जाने के लिए कुली बन कर अपने सामान के साथ ट्रॉली बैग को ढोना होगा। रेल प्रशासन रनिंग स्टॉफ को कुली नहीं बनाएं। लोको पायलटों ने कहा की वे भारी मानसिक तनाव में काम कर रहे हैं ऐसे में एक और बोझ उनके ऊपर डालने से रेल परिचालन असुरक्षित होने का खतरा रहेगा। एसोसिएशन रेल प्रशासन से मांग करता है कि इस तुगलकी फरमान को वापस ले। मौके पर एनके नीलमणी, के खलको, एसके राना, सुधाीर कुमार, कमल किशोर होरो, पायल शर्मा, अमित कुमार, आरएन मुरमु, एस साह, जेपी भगत, एके दास सहित दर्जनों की संख्या में लोको पायलट मौजूद थे।