पोड़ाहाट जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, कोबरा जवान घायल
प. सिंहभूम के पोड़ाहाट जंगल में शुक्रवार सुबह एक बार फिर नक्सलियों और कोबरा जवानों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में कोबरा के एक जवान के पैर में गोली लगी, वहीं कई नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। घायल...
प. सिंहभूम के पोड़ाहाट जंगल में शुक्रवार सुबह एक बार फिर नक्सलियों और कोबरा जवानों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में कोबरा के एक जवान के पैर में गोली लगी, वहीं कई नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। घायल जवान को हेलीकॉप्टर से रांची ले जाया गया है।
पराल और पाटुंग गांवों के पास पहाड़ी से फायरिंग : सूत्रों के मुताबिक सांगाजाटा व बोरोई इलाकों में सर्च ऑपरेशन के बाद जवान शुक्रवार सुबह आगे बढ़ रहे थे। तभी पराल और पाटुंग गांवों के पास पहाड़ी से नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाते हुए फायरिंग शुरू कर दी। एकाएक फायरिंग देख कोबरा के जवानों ने भी मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। दोनों ओर से सैकड़ों राउंड फायरिंग हुई।
सुबह 11 बजे तक रुक-रुककर होती रही फायरिंग : सुबह आठ बजे शुरू हुई फायरिंग लगातार 11 बजे तक रुक-रुककर होती रही। इस दौरान कोबरा का एक जवान घायल हो गया। खबर है कि जवान के पैर में गोली लगी है। इसके बाद जवान को हेलीकाप्टर से रांची ले जाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जवानों ने दागे मोर्टार, सैकड़ों राउंड चलाईं गोलियां : सूत्रों की मानें तो नक्सलियों ने जहां फायरिंग के दौरान कई जगहों पर जवानों को निशाना बनाने के लिए लैंड माइंस ब्लास्ट किया, वहीं जवानों ने भी नक्सलियों को निशाना बना मोर्टार दागे। जिससे कि नक्सलियों को पहाड़ पर ही खत्म किया जा सके। आशंका व्यक्त की जा रही है कि मुठभेड़ के दौरान कई नक्सली मारे गये होंगे। हालांकि, इस मामले कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
नक्सलियों के खिलाफ आर-पार की लड़ी में जवान : नक्सलियों के खिलाफ जवान इस बार आर-पार की लड़ाई में जुटे हैं। यही वजह है कि नक्सलियों के जिस सांगाजाटा इलाकों में कैंप करने की सूचना थी और रविवार को मुठभेड़ हुई थी, इसके बाद से ही पूरे इलाकों को दो हजार से अधिक जवानों ने घेर रखा है। इससे नक्सलियों को भागने का रास्ता नहीं मिल रहा है और बार-बार पहाड़ पर ही अपना ठिकाना बदल रहे हैं।
पहाड़ी रास्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं नक्सली : सूत्रों की मानें तो नक्सली जंगल से पूरी तरह वाकिफ हैं और भागने के लिए हमेशा पहाड़ी रास्तों का ही इस्तेमाल करते आये हैं। इस बार भी नक्सली भागने के लिए पहाड़ी रास्तों का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन, जवानों ने इस बार पहाड़ी पर भी घेराबंदी कर रखी है। इस कारण भाग नहीं पा रहे हैं।
सांगाजाटा से 15 किमी की दूरी पर है पराल पहाड़ : शुक्रवार को जहां मठभेड़ हुई है वह इलाका सांगाजाटा से करीब 15 किमी की दूरी पर है। नक्सली सांगाजाटा पहाड़ पर कैंप छोड़कर भाग तो गये, लेकिन जवानों ने फिर उन्हें आगे घेर लिया। जिस कारण नक्सली पराल के पहाड़ पर ही छिप गये और शुक्रवार को मुठभेड़ होने की बात कही जा रही है।