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कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू, पहले दिन मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु

कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू, पहले दिन मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु

संक्षेप: सोमवार को शारदीय नवरात्र के पहले दिन देवी मंदिरों के अलावा घरों पर श्रद्धालुओं ने कलश स्थापना कर मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना किया। कलश स्थापना के साथ

Tue, 23 Sep 2025 05:09 AMNewswrap हिन्दुस्तान, चक्रधरपुर
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चक्रधरपुर, संवाददाता। सोमवार को शारदीय नवरात्र के पहले दिन देवी मंदिरों के अलावा घरों पर श्रद्धालुओं ने कलश स्थापना कर मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की। कलश स्थापना के साथ ही नवरात्र का शुभारंभ हो गया। आगामी 9 दिनों तक मां दुर्गा की विभिन्न स्वरूपों की पूजा होगी। हालांकि इस वर्ष दस दिनों का नवरात्र होगा। इधर, नवरात्र को लेकर मंदिरों में पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। सोमवार की सुबह चक्रधरपुर शहर और ग्रामीण क्षेत्र के मंदिरों में मां दुर्गा के भक्तों की काफी भीड़ रही। शहर के प्रखंड कार्यालय समीप स्थित मां दुर्गा मंदिर, बंगाली एसोसिएशन मां दुर्गा बाड़ी मंदिर, पोटरखोली मां काली मंदिर, टाउन काली मंदिर, आरई कॉलोनी मां काली मंदिर, इतवारी बाजार मां काली मंदिर, मां भगवती केरा मंदिर, जारकी में मां दुर्गा प्रतिमा, कंसरा मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा।

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श्रद्धालुओं ने माता रानी को नारियल, चुनरी, कपूर, और अगरबत्ती अर्पण कर पूजा-अर्चना की। कई जगहों पर निकाली गई कलश यात्रा : शारदीय नवरात्र के अवसर पर विभिन्न मंदिरों की ओर से कलशयात्रा निकाली की। पदमपुर पंचायत के कोटुवा स्थित मां काली मंदिर की ओर से कलशयात्रा निकाला गया। इंदकाटा के ग्रामीणों ने आसनतलिया नदी घाट से पारंपरिक बाजे-गाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। कलश को मंदिर में स्थापित की गई। वहीं आसनतलिया दुर्गा मंदिर के लिए आसनतलिया जाहिरा स्थल नदी घाट से 108 महिलाओं द्वारा कलश यात्रा निकाली गई। इस दौरान महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए थे। कलशयात्रा मंदिर पहुंचने पर स्थापित करते हुए पूजा-अर्चना प्रारंभ हुआ। देवी मंदिरों की हुई सजावट : नवरात्र के अवसर पर विभिन्न देवी मंदिरों को फूलों और रंग-बिरंगे झालरों से सजाया गया जिससे वहां का वातावरण भक्तिमय हो गया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी नवरात्र की धूम रही।