जर्जर क्वार्टर में रह रहे स्वास्थ्यकर्मी, जान को खतरा
आमजन को चौबीसों घंटे स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने वाले चक्रणरपुर अनुमंडल अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारियों के परिवार इन दिनों दहशत में...
आमजन को चौबीसों घंटे स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने वाले चक्रणरपुर अनुमंडल अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारियों के परिवार इन दिनों दहशत में हैं। ये दहशत इसलिए है कि वे जिन क्वार्टर में रह रहे हैं, वो जर्जर हालत में है। भवन निर्माण विभाग ने एक साल पूर्व क्वार्टर को कंडम घोषित कर दिया है। यहां 10 स्वास्थ्यकर्मी अपने परिजनों के साथ रहने को विवश हैं। इनमें से दो चिकित्सक भी शामिल हैं। अन्य क्वार्टरों में आउट सोर्सिंग स्टाफ रहते हैं। जर्जर क्वार्टर की मरम्मत या नये सिरे से निर्माण की दिशा में पहल नहीं किया जा रहा है। गौरतलब हो कि अनुमंडल अस्पताल प्रबंधक ने जर्जर क्वार्टर को तोड़कर नये क्वार्टर निर्माण के लिए स्वास्थ्य विभाग समेत विभिन्न जनप्रतिनिधियों को मांग पत्र सौंपा हैं। इसके बावजूद क्वार्टर निर्माण की दिशा में कार्रवाई नहीं हुई है।
सांप-बिच्छु का रहता है डर:
अव्यवस्था का आलम यह है कि क्वार्टर की छत पर झाड़ियां उग गई है। इसका छज्जा गिर रहा है। सांप व बिच्छु का डर बना रहता हैं। एक पूर्व भवन निर्माण विभाग द्वारा अनुमंडल अस्पताल के सभी क्वार्टरों को कंडम घोषित किया गया हैं। क्वार्टर कंडम घोषित होने के बावजूद स्वास्थ्य कर्मी क्वार्टर का उपयोग कर रहे हैं।
अस्पताल प्रबंधन ने झारा पल्ला:
भवन निर्माण विभाग द्वारा जर्जर क्वार्टर को कंडम घोषित किये जाने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने कर्मचारियों से लिखित आवेदन ले रखा हैं। कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी पर इन जर्जर क्वार्टर में रहने को विवश हैं। हादसा होने पर इसकी जिम्मेदारी खुद स्वास्थ्य कर्मचारियों की रहेगी। सरकार को तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है।
अनुमंडल अस्पताल कर्मियों के लिए नये क्वार्टर का निर्माण होना चाहिए। सभी स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल परिसर में रहेंगे। इससे काम करने में आसानी होगी। क्वार्टर निर्माण के लिए विभाग को कई बार पत्राचार किया गया हैं।
-आरएन सोरेन, चिकित्सा पदाधिकारी अनुमंडल अस्पताल, चक्रधरपुर