चक्रधरपुर: मुंबई मेल हादसे की जांच को उलझा रहे कर्मचारी
चक्रधरपुर रेल मंडल के बड़ाबाम्बो में हावड़ा-मुंबई मेल हादसे की दूसरे दिन शुक्रवार को भी सीआरएस ब्रिजेश मिश्रा ने जांच की और मंडल के विभिन्न विभागों...
चक्रधरपु, संवाददाता ।
चक्रधरपुर रेल मंडल के बड़ाबाम्बो में हावड़ा-मुंबई मेल हादसे की दूसरे दिन शुक्रवार को भी सीआरएस ब्रिजेश मिश्रा ने जांच की और मंडल के विभिन्न विभागों के 41 रेलकर्मियों का बयान दर्ज किया। रेल मंडल द्वारा शुक्रवार को होने वाली जांच को लेकर छह विभागों के 41 रेल कर्मियों को उपस्थित होने का आदेश जारी किया गया था। सीआरएस ने मुंबई मेल और दुर्घटनाग्रस्त मालगाड़ी के पहले इस रूट से गुजरने वाली ट्रेनों के चालक और गार्ड से भी पूछताछ की। दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचने वाले एआरटी और मेडिकल टीम सहित इंजीनियरिंग विभाग के रेलकर्मियों का बयान दर्ज किया। रेल कर्मियों ने अपने बयान लिखित और मौखिक रूप से सीआरएस के सामने दर्ज कराया। रिपोर्ट शुक्रवार देर शाम तक रेलवे बोर्ड को सौंपी जाने की बात करी जा रही है।
कंट्रोल की लापरवाही पर उठा रहे सवाल
सीआरएस जांच में अबतक जो बातें सामने आयी है, उसके अनुसार कंट्रोल रूम पर सवाल उठ रहे हैं। सूत्रों की माने तो मालगाड़ी के चालक द्वारा मालगाड़ी बेपटरी होने की जानकारी कंट्रोल को दी गयी थी, पर कंट्रोल द्वारा त्वरित कदम नहीं उठाया गया। कंट्रोल अगर त्वरित कार्रवाई करते हुए टीआरडी विभाग से संपर्क कर ओएचई को डाउन करता तो शायद यह हादसा नहीं होता। सूत्रों की माने तो मालगाड़ी के बेपटरी होने के कुछ मिनट बाद ही हावड़ा-मुंबई मेल एक्सप्रेस वहां पहुंच गयी और यह दुर्घटना हो गयी। हालांकि, जांच के बाद ही सच्चाई का पता चल पायेगा।
सीआरएस की टीम ने अस्पताल में टीटीई का लिया बयान
सीआरएस की टीम गुरुवार की देर शाम चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल पहुंची, जहां चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में इलाजरत ट्रेन के टीटीई एके अनिल, कमलेश साव और अंशु पासवान का बयान दर्ज किया। शुक्रवार को तीन में दो टीटीई कमलेश साव और अंशु पासवान को अस्पताल से घर पर रेस्ट करने की हिदायत देते हुए छुट्टी कर दी गयी। वहीं, एके अनिल को बेहतर इलाज के लिए गार्डेनरीच रेफर कर दिया गया है। बता दें कि दुर्घटना में घायल होने के बाद तीनों टीटीई को चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
हादसे में घायल मां-बेटी को गीतांजलि ट्रेन से भेजा गया नागपुर
मुंबई मेल हादसे में घायल होकर रेलवे अस्पताल में इलाजरत नागपुर की दो यात्री मां आशा खनोरकर और बेटी लक्ष्मी बंसोद को एक अगस्त को हावड़ा-मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस से रवाना कर दिया गया है। वहीं, इलाजरत कैंसर पीड़ित सविता दास और उसके पति बादल कुमार दास को तीन अगस्त को छुट्टी दी जायेगी। लक्ष्मी बसोद अपनी बेटी की कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में एडमिशन कराने के लिए मां आशा खनोरकर के साथ कोलकाता गयी थी, जहां से नागपुर घर लौट रही थी। मां-बेटी को चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के सीटीआई नीलमणि दास, वेलफेयर इंसपेक्टर पंकज कुमार सहित कई अधिकारियों ने ट्रेन में बैठा रवाना किया।
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