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उर्दू किसी विशेष मजहब की भाषा नहीं : अमीन अहमद

उर्दू लाइब्रेरी में रविवार को झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ का सम्मेलन हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता वकील अधिवक्ता निसार अहमद ने...

 उर्दू किसी विशेष मजहब की भाषा नहीं : अमीन अहमद
हिन्दुस्तान टीम,चाईबासाSun, 17 Jan 2021 07:11 PM
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चाईबासा, संवाददाता

उर्दू लाइब्रेरी में रविवार को झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ का सम्मेलन हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता वकील अधिवक्ता निसार अहमद ने की। मुख्य अतिथि संघ के केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद ने कहा कि हर इंसान की अपनी मातृभाषा होती है। मातृभाषा ईश्वर की ओर से मिला वरदान है। मातृभाषा मां की जुबान होती है, किसी मजहब की जुबान नहीं। उर्दू किसी विशेष मजहब की भाषा नहीं है। हर भारतीय को उर्दू जुबान को अपनाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि 1994 बैच के उर्दू शिक्षकों की वरीयता सूचि अलग से निर्धारित कराने में संघ सफल रहा है। उन्होंने कहा कि लड़ाई राज्य सरकार द्वारा जारी अव्यवहारिक अवकाश तालिका को दुरूस्त कराने की है। निदेशक प्राथमिक शिक्षा से मिल कर विरोध दर्ज किया गया है और मुख्यमंत्री से मिल कर इस संदर्भ में ठोस कार्रवाई की मांग रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार को उर्दू स्कूलों में साप्ताहिक अवकाश नहीं रहने का कोई पत्र जारी नहीं किया गया है, इसलिए गुमराह नहीं हो और पूर्व की भांति ही विद्यालय का संचालन करें। इस दौरान चाईबासा अनुमंडल कमेटी गठित हुई। मोहम्मद रजा को अध्यक्ष, अब्दुल हमीद व मौलाना मो .अब्बास कासमी को उपाध्यक्ष, सज्जाद हुसैन सचिव, कलीम अखतर व दिलनवाज खान संयुक्त सचिव, मो. आरिफ कोषाध्यक्ष, प्रो. अहमद रजा संरक्षक बनाए गए। जबकि कार्यकारिणी सदस्य जावेद कमर प्रिंस, मो. अमीन, शमीम अखतर, तसलीम आरिफ, हज्जन मसूमा परवीन को बनाए गए हैं। इस अवसर पर अधिवक्ता मो. निसार अहमद , शाहिद अनवर , कोल्हान प्रभारी अब्दुल माजिद खान, जमशेदपुर जिला अध्यक्ष मो शहाबुद्दीन, सेवानिवृत प्रोफेसर अहमद रजा, रांची जिला सचिव रेहान अखतर, केंद्रीय प्रवक्ता शहजाद अनवर, रांची जिला प्रवक्ता मो. शाहिद, हाजी सरवर इम्तियाज मिल्टन, अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष खलीलुर रहमान, जिला अध्यक्ष मो. इम्तियाज अहमद, जिला उपाध्यक्ष शमशेर आलम, प्रो दानिश हम्माद, इरशाद अली, हाजी मो. शफीक ने भी अपना विचार व्यक्त किए। स्वागत भाषण हाजी जहांगीर आलम और धन्यवाद ज्ञापन इम्तियाज अहमद ने किया।

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