आदिवासी समाज के सामाजिक कार्यक्रमों मे शामिल हो सकेंगे सिर्फ मूल आदिवासी संस्कृति से जुडे लोग
चाईबासा में विश्व आदिवासी दिवस समारोह समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि आदिवासी समाज के कार्यक्रमों में केवल मूल आदिवासी संस्कृति से जुड़े लोग ही शामिल होंगे। धर्मान्तरित लोगों को शामिल नहीं किया...
चाईबासा। विश्व आदिवासी दिवस समारोह समिति की बैठक मे एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए यह तय किया गया है कि आदिवासी समाज के सामाजिक कार्यक्रमों मे मूल आदिवासी संस्कृति से जुड़े लोग ही शामिल हो सकेंगे। धर्मान्तरित लोगो को शामिल नहीं किया जाएगा।। समिति की समीक्षा बैठक कार्यक्रम स्थल सिंहभूम स्पोर्टस एसोसिएशन मैदान में हुआ। जिसमे 40 आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। समीक्षा बैठक की अध्यक्षता आयोजन समिति के अध्यक्ष इपिल सामड ने की। श्री सामड ने आयोजन समिति के संयोजक सह मानकी मुंडा संघ के अध्यक्ष गणेश पाट पिंगुआ के सहमति पर समीक्षा की। समीक्षा ने उपस्थित सदस्यों के द्वारा कार्यक्रम के बारे बताया गया और समीक्षा किया गया।
सदस्यों ने बताया कि इस वर्ष का कार्यक्रम पिछले वर्षों की तुलना में काफी बेहतर था। जिसका श्रेय आयोजन समिति के पदधारियों के साथ सभी सक्रिय सदस्य और प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से शामिल लोगों को जाता है। समीक्षा में बताया गया कि इस वर्ष जनजातिय कलाकारों प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। इसे प्रतिवर्ष बनाए रखना चाहिए। बैठक मे सभी आदिवासी संगठनों को और मजबूती के साथ एकता में रह कर कार्य करने पर जोर दिया गया। सभी समाज के पदाधिकारियों को मुख्य भूमिका में आना होगा तथा अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीका से निभाना होगा। बैठक मे तय किया गया कि अपनी भाषा, संस्कृति, पहचान को बचाए और बनाए रखने के लिए मूल आदिवासी संस्कृति से जुडे लोगों के साथ ही कार्यक्रम किया जाएगा।- कार्यक्रम स्थल पर पारंपारिक परिधान मे ही आना अनिवार्य होगा। बैठक मे विश्व आदिवासी दिवस समारोह के आय व्यय का पूर्ण विवरण समिति के द्वारा कार्यक्रम में शामिल 40 से अधिक संगठनों के पदाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में प्रयोजक रहे टाटा स्टील फाउंडेशन को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया गया। वहीं रूंगटा स्टील चाईबासा को भी उनके विशेष सहयोग के लिए धन्यवाद दिया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में मुख्य भूमिका रहे जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का भी लोगों ने काफी सहरना की। वहीं विभिन्न आदिवासी समाज और संगठनों से प्राप्त सहयोग को बैठक में उपस्थित लोगों ने सहर्ष स्वीकार किया एवं सभी का अभार व्यक्त किया। - ये थे उपस्थित* समीक्षा बैठक में आदिवासी यंगस्टर यूनिटि कोल्हान, आदिवासी उरांव समाज, भारत आदिवासी मुंडा समाज, आदिवासी हो समाज युवा महासभा, आदिवासी हो समाज महिला महासभा, लोहरा समाज, मानकी मुंडा संघ के पदाधिकारी, सहित विभिन्न आदिवासी संगठन के पदाधिकारी जैसे बालकिशन देवगम, जीतू लोहार, पंकज खलखो, कर्मसिंह मुंडा, विष्णु मिंज, खुदिया कुजूर, विजय बाडा, साधु हो बानरा, शंकर सिद्दू, सिकंदर तिरिया, बबलू बिरूवा, गब्बर सिंह हेम्ब्रम, सचिव रवि बिरूली, उपाध्यक्ष लालू कुजूर, कोषाध्यक्ष संजय लागुरी, सह संयोजक राजकमल पाट पिंगुवा, आशोक कुमार नाग सहित काफी संख्या में आदिवासी समाज के युवा शामिल थे।
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