अधमरी बच्ची को छोड़कर शव जब्त करने में लगी रही पुलिस
पश्चिम सिंहभूम जिले के टोंटो थाना अंतर्गत मटकमपी गांव में गुरुवार को हुए नृशंस हत्याकांड में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। परिजनों के मुताबिक घटना के बाद पुलिस आई और केवल पति.पत्नी के शव को...
पश्चिम सिंहभूम जिले के टोंटो थाना अंतर्गत मटकमपी गांव में गुरुवार को हुए नृशंस हत्याकांड में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। परिजनों के मुताबिक घटना के बाद पुलिस आई और केवल पति.पत्नी के शव को जब्त कर व पूछताछ कर लौट गई।
जबकि उनकी तीन वर्षीय बच्ची किरण लागुरी को अधमरी हालत में वहीं छोड़ दिया। इलाज में विलंब होने से अब किरण एमजीएम अस्पताल में मौत से लड़ रही है। एमजीएम उसे हरसंभव तरीके से बचाने में जुटा हुआ है। एमजीएम पहुंचे किरण के एक रिश्तेदार मुरलीधर लागुरी ने बताया कि गुरुवार रात घटना के बाद पुलिस पहुंची और पुछताछ करने के बाद बच्ची के माता.पिता गोनो लागुरी और दशमा लागुरी के शव जब्त कर लौट गई। पुलिस ने तीन वर्षीय घायल किरण लागुरी को वहीं मरनासन्न हालत में छोड़ दिया।
बाद में उसने निजी एंबुलेंस मंगाकर किरण और उसके तीन अन्य भाई.बहन जानो लागुरी, रूप सिंह लागुरी व एक अन्य को एमजीएम पहुंचाया। दरअसल, जामडीह में गत गुरुवार रात अपराधियों ने घर में सो रहे गोनो लागुरी, उसकी पत्नी दशमा लागुरी और चार बच्चों पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया था। इसमें गोनो और उसकी पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि किरण को लहूलुहान छोड़कर हत्यारे भाग गये।
सर्जरी के लिए खरीदे विशेष उपकरण
एमजीएम इन दिनों दवाओं व उपकरणों की कमी से जूझ रहा है। किरण की सर्जरी को लेकर कई उपकरण उपलब्ध नहीं थे।
सर्जन ने उपाधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी को सूचना दी तो उन्होंने तत्परता दिखाते हुए तत्काल मिस्लेनियस फंड से बाजार से संसाधन मंगाये। देर शाम बच्ची की सर्जरी हुई। ग्रामीण इस हत्याकांड को लेकर आक्रोशित हैं।