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इनोवेशन और सेफ्टी पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित

डायमंड जुबिली के अवसर पर एमईएआई, बड़ाजामदा चैप्टर की ओर से नोवामुंडी टाटा स्टील में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन...

इनोवेशन और सेफ्टी पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित
हिन्दुस्तान टीम,चाईबासाTue, 27 Mar 2018 06:24 PM
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डायमंड जुबिली के अवसर पर एमईएआई, बड़ाजामदा चैप्टर की ओर से नोवामुंडी टाटा स्टील में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी का विषय माइनिंग इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन और सेफ्टी था।नेशनल प्रेसिडेंट, एमईएआई अरुण कोठारी संगोष्ठी के उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। सतीश कुमार(डीएमएस, चाईबासा रीजन),एम. फसिहुद्दीन(पूर्व जीएम ओएमक्यू और पूर्व प्रेसिडेंट, एमईएआई), वी.एस.राव(पूर्व डायरेक्टर औरपूर्व नेशनल प्रेसिडेंट एमईएआई),पी.साईदेव(ईडी, सेल),संजय पटनायक (एमडी, टीएसआईएल), मानस बिस्वास (जीएम, गुआ, सेल) और एच मजूमदार (सेक्रेट्री, बड़ाजामदाचैप्टर, एमईएआई) कार्यक्रम के अन्य विशिष्ट अतिथि थे। सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर संगोष्ठी का पारंपरिक तरीके से शुरुआत की गयी।मानस बिस्वास ने स्वागत भाषण दिया, जिसके बाद अन्य अतिथियों ने अपने विचार रखे।वक्ताओं ने खनन उद्योग की मौजूदा चुनौतियों और उत्पादन, सुरक्षा, कार्यश्रेष्ठता व सुधार के लिए प्रौद्योगिकीय समाधानों के विकास और निष्पादन पर प्रकाश डाला।राष्ट्रीय इस्पात नीति 2017 के अनुसार भारतीय स्टील का उत्पादन 300 मीट्रिक टन तक बढ़ाने के प्रस्ताव और इसके लिए संभावित प्रोद्योगिकीय समाधानों पर भी चर्चा की गयी।इस बात पर भी बल दिया गया कि भविष्य में सीमित संसाधनों और बुनियादी ढांचे के साथ उत्पादन व उत्पादकता में सुधार एवं वैकल्पिक संसाधनों व प्रोद्योगिकीय समाधानों का अनुकूलन खनन उद्योग की सफलता और जीविका के लिए महत्वपूर्ण होगा।खनन से संबंधित कानूनसंशोधनों में बड़ाजामदा चैप्टर की सक्रिय भूमिका पर बल दिया गया। भाषण सत्र के बाद अतिथियों ने स्मारिका का विमोचन किया।दूसरे दिन चार तकनीकी सत्रों में कुल 25 तकनीकी पत्र प्रस्तुत किये गये।

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