Demand for 8 33 Bonus Payment for Skilled Contract Workers in Meghahatuburu Mine मेघाहातुबुरु श्रमिक संघ ने कुशल संविदा श्रमिकों के 8.33% बोनस भुगतान की मांग को लेकर सीजीएम को लिखा पत्र, Chaibasa Hindi News - Hindustan
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मेघाहातुबुरु श्रमिक संघ ने कुशल संविदा श्रमिकों के 8.33% बोनस भुगतान की मांग को लेकर सीजीएम को लिखा पत्र

मेघाहातुबुरु श्रमिक संघ के महासचिव अमित कुमार झा ने कुशल संविदा श्रमिकों के 8.33% बोनस भुगतान को जारी रखने की मांग की है। उन्होंने बताया कि श्रमिकों का वेतन 21,000 रुपये प्रति माह हो गया है, लेकिन...

Newswrap हिन्दुस्तान, चाईबासाMon, 17 March 2025 12:19 PM
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मेघाहातुबुरु श्रमिक संघ ने कुशल संविदा श्रमिकों के 8.33% बोनस भुगतान की मांग को लेकर सीजीएम को लिखा पत्र

गुवा । मेघाहातुबुरु श्रमिक संघ (सम्बद्ध भारतीय मजदूर संघ) के संयुक्त महासचिव अमित कुमार झा ने सेल, बीएसएल, मेघाहातुबुरु खदान के सीजीएम को पत्र लिखकर कुशल संविदा श्रमिकों के 8.33% बोनस भुगतान को जारी रखने की मांग की है। उन्होंने इस विषय पर चिंता जताते हुए कहा कि खदान के विभिन्न विभागों में कार्यरत कुशल संविदा श्रमिकों को वर्तमान में 783/- रुपये प्रतिदिन का वेतन दिया जा रहा है, लेकिन उनके बोनस भुगतान को रोकने की खबरें सामने आ रही हैं। अमित कुमार झा ने बताया कि श्रमिकों को 36.49% की दर से फ्रिज लाभ प्राप्त होता है, जिसमें शामिल हैं। पीएफ 13 प्रतिशत,बोनस,8.33 प्रतिशत,मेडिकल 6 प्रतिशत, छुट्टी 5 प्रतिशत, छंटनी 4.16 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि हाल ही में यह सुनने में आया है कि मेघाहातुबुरु खदान में कार्यरत कुशल संविदा श्रमिकों को 8.33% बोनस भुगतान नहीं किया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि इन श्रमिकों का वेतन 21,000/-रुपये प्रति माह हो गया है।अमित कुमार झा ने अपने पत्र में कहा कि बोनस भुगतान अधिनियम के अनुसार, केवल उन श्रमिकों को बोनस का लाभ नहीं मिलता जिनका वेतन 21,000/- रुपये प्रति माह से अधिक होता है। लेकिन, संविदा श्रमिकों के वेतन की गणना न्यूनतम मजदूरी नियम, 1950 के तहत 26 कार्य दिवसों के आधार पर की जाती है। इस नियम के अनुसार, महीने में उपस्थिति के आधार पर वेतन की गणना या कटौती की जाएगी। ऐसे में यह आवश्यक है कि वेतन की गणना 26 कार्य दिवसों के आधार पर ही की जाए और बोनस भुगतान बंद न किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि बोनस भुगतान रोक दिया गया तो इसका सीधा असर श्रमिकों के मनोबल और उत्पादन क्षमता पर पड़ेगा। संविदा श्रमिक सेल के उत्पादन से सीधे जुड़े हुए हैं और उनकी मेहनत से कंपनी का कार्य सुचारू रूप से चलता है। ऐसे में यह जरूरी है कि उन्हें मिलने वाले लाभ में किसी भी तरह की कटौती न की जाए। मेघाहातुबुरु श्रमिक संघ ने इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने और बोनस भुगतान को बहाल करने की मांग की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रशासन इस विषय पर सकारात्मक निर्णय लेकर श्रमिकों के हितों की रक्षा करेगा। संघ ने कहा कि यदि इस विषय पर उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आगे की रणनीति पर विचार करेंगे। साथ ही संघ ने कहा कि वे इस दयालुतापूर्ण कार्य के लिए प्रबंधन के आभारी रहेंगे और आशा करते हैं कि शीघ्र ही इस समस्या का समाधान निकलेगा।

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