स्वांग कांटा घर सर्वे ऑफ, कोयला व्यवसायी आंदोलन के मूड में
सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र अंतर्गत स्वांग कांटा घर पर सर्वे ऑफ की सूचना चिपकाने के बाद कोयला व्यापार से जुड़े ट्रक ऑनर, डीओ होल्डर, आंदोलनकारी और...

सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र अंतर्गत स्वांग कांटा घर पर सर्वे ऑफ की सूचना चिपकाने के बाद कोयला व्यापार से जुड़े ट्रक ऑनर, डीओ होल्डर, आंदोलनकारी और विस्थापित आंदोलन के मूड में हैं।
इस निमित्त 13 नवंबर को स्वांग कांटा घर के निकट बैठक में प्रबंधन के रवैया के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी। लोकल सेल संघर्ष मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्ण निषाद ने कहा कि स्वांग कांटा घर से सैकड़ों लोग कोयला के व्यापार से जुड़े हुए हैं। 2012 में जब स्वांग गोविंदपुर लोकल सेल शुरू किया गया, तब से स्वांग में कांटा घर स्थापित है और यहां कोयला वजन करने का काम चल रहा था। लेकिन यकायक प्रबंधन ने स्वांग कांटा घर में सर्वे ऑफ की सूचना चिपका दिया है। इसके साथ ही कांटा घर में जो लोड सेल लगा रहता है, उसे खोलकर दूसरे कांटा घर में लगा दिया गया है। इस संबंध में जब प्रबंधन से पूछताछ की जाने लगी तब उसने माना कि लोड सेल को दूसरे स्थान पर जरूरत थी इसलिए खोल उसे वहां लगाया गया है, लेकिन कोयला व्यापार से जुड़े व्यक्तियों का मानना है कि प्रबंधन की यह गहरी चाल है। ऐसे में 14 नवंबर को स्मार पत्र दिया जायेगा और आंदोलन किया जाएगा। चंद्रदीप पासवान, मुन्ना सिंह, गौतम कुमार, बिट्टू प्रसाद, उमा सिंह, राजेश जायसवाल, मुबारक अंसारी, राजेश भारती, सुमंजय सिंह, मृत्युंजय सिंह, अंसारी मोइन खान, देवरंजन प्रसाद, साकेत प्रसाद, शंकर साव, बबली स्वर्णकार, मुमताज अंसारी, संदीप, सचितानंद, दुलाल मजूमदार आदि थे।
इस संबंध में स्वांग गोविंदपुर पीओ अनिल कुमार तिवारी ने कहा कि स्वांग कांटा घर बंद नहीं किया गया है। अभी कोयला का ऑफर नहीं आया है। जैसे ही ऑफर मिल जाएगा, प्रबंधन को कोयला वजन करने के लिए कोई परेशानी नहीं होगी। उनके पास अभी भी चार कांटा घर हैं और महज दो ढाई हजार टन का ही कोयला डिस्पैच होता है। इसलिए किसी तरह की घबराने की बात नहीं है। जब कभी भी लोड सेल की जरूरत होती है तो उसे अन्य कांटा घर में लगा दिया जाता है, ताकि काम निकाला जा सके। सर्वे ऑफ के संबंध में कहा कि 10 साल में कांटा कर सर्वे ऑफ हो जाता है यह प्रक्रिया में है।
4. स्वांग कांटा घर के निकट बैठक में कोयला से जुड़े लोग।
