Residents of Kanari Panchayat Demand Infrastructure Improvements and Railway Services बोले बोकारो: पैसेंजर ट्रेनें बढ़ें व नहर रोड का पुनर्निर्माण हो, Bokaro Hindi News - Hindustan
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बोले बोकारो: पैसेंजर ट्रेनें बढ़ें व नहर रोड का पुनर्निर्माण हो

कनारी पश्चिमी पंचायत की सड़कें जर्जर हो गई हैं, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। तुपकाडीह रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की कमी और स्ट्रीट लाइटों का खराब होना भी समस्याएं हैं। ग्रामीणों ने मांग की कि डीसी...

Newswrap हिन्दुस्तान, बोकारोFri, 21 March 2025 02:54 AM
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बोले बोकारो: पैसेंजर ट्रेनें बढ़ें व नहर रोड का पुनर्निर्माण हो

बोकारो शहर से सटी कनारी पश्चिमी पंचायत चास प्रखंड के अंतिम छोर पर जरीडीह प्रखंड के सीमा क्षेत्र पर स्थित है। यहां की आबादी करीब 6 हजार है। तुपकाडीह से कनारी, पचौरा होकर सेक्टर 9 को जाने वाली एक प्रमुख सड़क है। इस सड़क का उपयोग चास, जरीडीह, पेटरवार व बेरमो प्रखंड क्षेत्र के लोग बीएसएल प्लांट में ड्यूटी करने व सेक्टर आने-जाने के लिए करते हैं। हाईवा जैसे भारी वाहनों के परिचालन से यह सड़क अब पूरी तरह जर्जर हो गई है। तुपकाडीह रेलवे स्टेशन पर मेमू पैसेंजन ट्रेन की कमी लोगों को खलती है। उक्त बातें यहां के लोगों ने बोले बोकारो के तहत संवाद में अपनी दर्द बयां की। कहा कि स्टेशन रोड की हालत भी खराब हो चली है। पंचायत में लगी सभी स्ट्रीट लाइटों ने दम तोड़ दिया है। नगर किनारे होने के बाद भी जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है। पानी के लिए लोगों को थोड़ी बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है। पंचायत में एक भी स्वास्थ केंद्र नहीं है। बच्चों के लिए खेल का मैदान नहीं है। पंचायत में न के बराबर नाली है।

कनारी पश्चिमी पंचायत की सबसे बड़ी समस्या सेक्टर से तुपकाडीह आदि क्षेत्र को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क का जर्जर होना है। वहीं, पंचायत की दूसरी प्रमुख सड़क तुपकाडीह स्टेशन रोड की हालत भी खराब है। पंचायत के मुहाने पर तुपकाडीह रेलवे स्टेशन है। जहां ट्रेनों का ठहराव बहुत ही कम है। लोगों ने कहा कि तुपकाडीह रेलवे स्टेशन होकर पूर्व में चलने वाली धनबाद-रांची व धनबाद-मूरी पैसेंजर ट्रेन बंद होने से परेशानी बढ़ी है। फिलहाल धनबाद से चंद्रपुरा तक ही डीसी ट्रेन का परिचालन होता है। लोग चाहते हैं कि यह ट्रेन कम से कम बोकारो रेलवे स्टेशन तक परिचालित हो। कहा कि डीसी ट्रेन कई लोगों के लिए काम धंधे में आने-जाने का सुलभ संसाधन था। इस ट्रेन के पुन: प्रारंभ होने से सैकड़ों लोगों को सुविधा होगी। तुपकाडीह रेलवे स्टेशन पर एक्प्रेस ट्रेनों के ठहराव सहित अन्य ट्रेनों की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कई बार अपनी आवाज बुलंद की। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई।

ग्रामीणों ने कहा कि कनारी पश्चिमी पंचायत में 2017-18 में स्ट्रीट लाइट लगी थी। कुछ माह बाद एक-एककर खराब होती चली गई। मरम्मत के अभाव में आज पंचायत में हर स्ट्रीट लाइट रोशनी फैलाने में नाकाम है। शाम होते ही गलियां अंधेरे में डूब जाती हैं। कई गली की सड़कें भी टूटी-फूटी हैं। ऐसे में दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। वहीं, दूसरी बड़ी समस्या है कि ग्रामीण क्षेत्र होने के बाद भी लोगों को शहरी क्षेत्र का बिजली बिल चुकाना पड़ता है। इसको लेकर ग्रामीणों में रोष है। वहीं, पर्याप्त मात्रा में बिजली आपूर्ति भी नहीं होती है। गर्मी के मौसम में तो और भी गंभीर हालत हो जाती है। जब घंटों बिजली के लिए इंतजार करना पड़ता है। लोगों ने कहा कि बिजली बिल शहरी के स्थान पर ग्रामीण वाला दर लगना चाहिए। वहीं, कनारी के ग्रामीणों ने बताया कि यह पंचायत तेनु-बोकारो नहर किनारे है। लेकिन, पंचायत में जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है। गर्मी के मौसम में सभी बोरिंग फेल हो जाते हैं। पेयजलापूर्ति के नाम पर जरीडीह प्रखंड की खुटरी जलापूर्ति योजना का कनेक्शन मिला है। इस कनेक्शन से पानी घर तक पहुंच ही नहीं पाता है। कनेक्शन के नाम पर सिर्फ हवा ही पहुंचती है। फिलहाल कनारी में एक पानी टंकी का निर्माण हो रहा है। जिसके बनने से पंचायत के सभी लोगों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल मिलने की उम्मीद है। हालांकि अभी इस योजना को पूरा होने में वक्त लग सकता है। तब तक लोगों के पास सिवाय इंतजार के और कोई विकल्प नहीं है।

सुझाव

1. विस्थापित होने के बावजूद नियोजन व रोजगार से वंचित हैं। बियाडा क्षेत्र में भी युवाओं को रोजगार नहीं मिलता है।

2. तुपकाडीह रेलवे स्टेशन पर बहुत कम ट्रेनों का ठहराव है। पैसेंजर ट्रेनों की भारी कमी है।

3. खतियानधारकों को भी हर बार जाति व आवासीय प्रमाणपत्र बनाना पड़ता है।

4. तुपकाडीह से पचौरा होकर सेक्टर जाने वाली मुख्य सड़क जर्जर हो चुकी है।

5. पंचायत में लगी सभी स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी है। रख-रखाव के अभाव में रोशन नहीं कर रही लाइटें।

शिकायतें

1. आरक्षण के आधार पर विस्थापितों की बहाली हो। सांसद को इस पर विशेष पहल करने की आवश्यकता है।

2. धनबाद से चंद्रपुरा तक परिचालित होने वाली डीसी पैसेंजर को बोकारो तक चलने का आदेश होना चाहिए।

3. आय प्रमाणपत्र तो ठीक है बार-बार बनाना, लेकिन जाति आवासीय के लिए सरकार विचार करे।

4. बीएसएल प्रबंधन, सांसद व विधायक सड़क के पुनर्निर्माण पर विचार करें।

5. सभी स्ट्रीट लाइट की मरम्मत या री-इंस्टॉलेशन होना चाहिए।

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