ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड बोकारोबीजीएच में ऑक्सीजन बेड की हुई किल्लत

बीजीएच में ऑक्सीजन बेड की हुई किल्लत

पूरे देश में ऑक्सीजन की सप्लाई बोकारो स्टील प्लांट कर रहा है। लेकिन, बोकारो जनरल अस्पताल में ही ऑक्सीजन बेड की किल्लत हो गई है। कोरोना संक्रमितों की...

बीजीएच में ऑक्सीजन बेड की हुई किल्लत
हिन्दुस्तान टीम,बोकारोWed, 28 Apr 2021 11:02 PM
ऐप पर पढ़ें

पूरे देश में ऑक्सीजन की सप्लाई बोकारो स्टील प्लांट कर रहा है। लेकिन, बोकारो जनरल अस्पताल में ही ऑक्सीजन बेड की किल्लत हो गई है। कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी के बाद बीजीएच प्रबंधन ने ऑक्सीजन बेड की संख्या 60 से बढ़ाकर 97 कर दी है। लेकिन, संक्रमण की दर बढ़ने के साथ बीजीएच प्रबंधन ने भी अब मरीजों के लिए हाथ खड़े कर दिए हैं। अस्पताल प्रबंधन अब बेबस नजर आने लगा है। अस्पताल में ऑक्सीजन बेड की कमी के कारण कोविड मरीज अस्पताल जरूर पहुंच रहे हैं, लेकिन चिकित्सक मरीजों को अस्पताल की वस्तुस्थिति समझाकर वापस भेज रहे हैं। जिस कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में फिलहाल कोविड को लेकर आठ वेंटिलेटर भी हैं, जो खाली नहीं रह रहे हैं। यदि किसी मरीज को वेंटिलेटर पर रखना हो तो उसे बेड खाली करने के लिए प्रतिक्षा करना पड़ रहा है।

स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराया है 170 बेड : बीजीएच ने स्वास्थ्य विभाग को अस्पताल की पांचवीं मंजिल पर 170 बेड उपलब्ध कराया है। जिसमें 40 बेड में ऑक्सीजन लगा है। यहां वहीं मरीज भर्ती होते हैं जो बोकारो सदर अस्पताल से रेफर होते हैं। इस वार्ड में बोकारो इस्पात प्रबंधन ने सिर्फ सुविधाएं दी है। जबकि वार्ड में 12 चिकित्सक और 12 चिकित्साकर्मी स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाए गए हैं। इस वार्ड का संचालन स्वास्थ्य विभाग की ओर से किया जा रहा है। लेकिन, इस बात की जानकारी आमलोगों तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

प्रबंधन चाहे तो सुधर सकती है स्थिति : बोकारो इस्पात प्रबंधन के पास संसाधन की कोई कमी नहीं है। शहर के कोने-कोने में विद्यालय भवन समेत कई भवन हैं जो फिलहाल बेकार पड़े हैं। उन भवनों में यदि ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था हो तो बोकारो के मरीजों के लिए ऑक्सीजन बेड की समस्या से काफी हद तक हल हो सकता है। ऐसे में बोकारोवासियों की उम्मीदें संकट की इस घड़ी में बीएसएल प्रबंधन पर टीकी हैं। ताकि कोरोना काल में अन्य जिलों के मरीजों की भांति बोकारो के मरीजों को अन्यत्र इलाज के लिए पलायन नहीं करना पड़े।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें