बीबीएमकेयू की ओर से अंग्रेजी में प्रश्नपत्र भेजने के विरोध में बीएस सेमेस्टर टू के परीक्षार्थियों ने चास कॉलेज चास के मुख्य द्वार पर मंगलवार को प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रबंधन पर छात्रों के साथ उपेक्षा का आरोप लगाते हुए नारे भी लगाए। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि बीए द्वितीय वर्ष की इंवायरमेंटल साइंस (ईवीएस) की परीक्षा प्रथम पाली में आयोजित की गई थी। जिसका प्रश्नपत्र विश्वविद्यालय द्वारा अंग्रेजी में भेजी गई थी। छात्र अंग्रेजी में प्रश्नपत्र देखकर भड़क गए और कॉलेज के मुख्य गेट को बंद कर हंगामा करने लगे। वहीं, छात्रों के उग्र रूप को देखते हुए कार्यालय छोड़कर प्राचार्य दूसरे कमरे में चले गए। इस बाबत परीक्षार्थियों ने बताया कि अंग्रेजी में प्रश्नपत्र आने से उत्तर लिखने में कठिनाई हुई। ऐसी स्थिति में परीक्षार्थियों को फेल होने की सम्भावना है।
छात्रों का शिष्टमंडल प्राचार्य से भी मिला एवं परीक्षा रद्द कर दोबारा हिंदी में प्रश्नपत्र मंगवाने की मांग की। प्रिंसिपल टीपी चौबे ने कहा कि प्रदर्शन की जानकारी नहीं मिली है। छात्रों ने मिलकर हमसे यह मांग रखी है कि प्रश्नपत्र हिंदी में उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रश्नपत्र नहीं देता है। यह विश्वविद्यालय का काम हैं। उन्होंने कहा मैं मामले से विश्वविद्यालय को अवगत कराउंगा। प्राचर्य ने परीक्षार्थियों को समझाकर मामले को शांत कराया।