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बोकारो के वेलमार्क, देवांश व सिटी केयर अस्पताल पर केस

कोरोना महामारी के दौरान कोविड- 19 से ग्रसित मरीजों के इलाज में अनियमितता बरतने और मनमाना चार्ज वसूलने वाले नया मोड़ स्थित वेलमार्क हॉस्पिटल, देवांश...

बोकारो के वेलमार्क, देवांश व सिटी केयर अस्पताल पर केस
हिन्दुस्तान टीम,बोकारोWed, 16 Jun 2021 05:30 AM
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कोरोना महामारी के दौरान कोविड- 19 से ग्रसित मरीजों के इलाज में अनियमितता बरतने और मनमाना चार्ज वसूलने वाले नया मोड़ स्थित वेलमार्क हॉस्पिटल, देवांश हॉस्पिटल और सिटी केयर हॉस्पिटल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। अनियमितता की लगातार शिकायत पर ड्रग इंस्पेक्टर को आरोपों की जांच का निर्देश दिया गया था।

19 मई को दो ड्रग इंस्पेक्टर नसीम आलम ने चास स्थित देवांस हॉस्पिटल और सिटी केयर हॉस्पिटल में विकास कुमार ने जांच कर राज्य औषधी नियंत्रण निदेशालयऔर उपायुक्त जांच प्रतिवेदन सौंपा था। जिसमें उक्त अस्पतालों के विरुद्ध आरोप सही पाए गए। सरकार के आदेश के बाद उपायुक्त राजेश सिंह ने 11 जून को चास एसडीओ को कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। डीसी के आदेश पर चास एसडीओ ने कार्यपालक दंडाधिकारी को प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया। आदेश के आलोक में कार्यपालक दंडाधिकारी प्रवीण रोहित कुजूर ने सोमवार को सिटी थाने में वेलमार्क, पिंड्राजोरा में देवांश और चास थाने में सिटी केयर अस्पताल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया है। मालूम हो कि 18 मई को निदेशक ने पत्र जारी कर देवांस और सिटी केयर हॉस्पिटल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की जांच की जाए। इस अस्पताल में मरीजों को इंजेक्शन लगाने के लिए कितने पैसे लिए गये हैं। जिले में इन दोनों अस्पतालों और वेलमार्क हॉस्पिटल को रांची से रेमडेसिविर इजेक्शन एलॉट किया गया था। जिसकी जांच के बाद अनियमितता उजागर हुई है.

सेवा के नाम पर आपदा को बनाया अवसर : आरोपी अस्पतालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन एक्ट, आवश्यक वस्तु अधिनियम, क्रिमनल एवलेस्टमेंट एक्ट, धोखाधड़ी व षड्यंत्र की सुसंगत धाराओं में केस दर्ज की गई है। अस्पतालों ने आपदा प्रबंधन अधिनियम का उलंघन कर जालसाजी व षड्यंत्र कर आपदा को मुनाफ़ेखोरी के लिए अवसर बनाया। आपदा व महामारी से निपटने के लिए सरकार गैर सरकारी संस्था, कई अस्पताल मरीजों को बचाने में अपनी जान भी गंवा दी, वही आरोपी अस्पतालों ने सेवा भाव को दरकिनार इस पेशे को सिर्फ व्यापार बना दिया। अखबार हिन्दुस्तान ने इसे मुहिम के रूप में लगातार खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया।

अस्पतालों पर ये लगे हैं आरोप

दर्ज प्राथमिकी अनुसार देवांश अस्पताल प्रबंधन पर रेमडिशिविर इंजेक्शन के बदले मरीजों से कितनी राशि ली गई। इसका कोई उल्लेख प्रस्तूत नहीं किया गया। इसके साथ ही नया मोड़ स्थित वेलमार्क हॉस्पीटल में भर्ती कोबिड मरीजों को दिए गए रेमडेशिविर की खाली शिशि उपलब्ध नहीं कराई गई। वहीं सिटी केयर अस्पताल की ओर से कोई अभिलेख प्रस्तूत नहीं किया गया। इसके साथ ही इस अस्पताल एक ही मोबाईल नंबर और आधार कार्ड से कई वाईल रेमडेशिविर इंजेक्शन लेने का आरोप लगा है। यही नहीं इन तीनों तीनों अस्पतालों ने क्रय-विक्रय का भी कोई तालमेल ही दिखा। सहित फाइनल बिल में इसका कोई जिक्र नहीं किया गया। ये तमाम बिंदू अस्पताल की ओर से कोरोना मरीज के इलाज में महामारी एक्ट का उल्लंघन कर अवैध वसूली व अनियमितता को प्रमाणित करता है।

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