बीबीएमकेयू में नौ फरवरी से बीएड सेमेस्टर टू की परीक्षा होगी। धनबाद में तीन व बोकारो में दो परीक्षा सेंटर बनाया गया है। विवि परीक्षा विभाग ने सभी सेंटर को कॉपी व प्रश्नपत्र उपलब्ध करवा दिया है। परीक्षा नियंत्रक डॉ सत्यजीत कुमार सिंह ने बताया कि परीक्षा की तैयारी पूरी हो गई है। 11 फरवरी से यूजी सेमेस्टर टू की परीक्षा शुरू होगी। एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया है। डिग्री सेमेस्टर टू में पीके राय कॉलेज के बीएससी सीए कोर्स के छात्रों का दो विषय का परीक्षा कार्यक्रम छूट गया था। 12 व 15 फरवरी को दूसरी पाली में परीक्षा ली जाएगी। इस संबंध में विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग ने संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है।
अंगीभूत कॉलेजों में डिग्री सेमेस्टर वन में दाखिला बंद : बीबीएमकेयू के अधीन धनबाद-बोकारो के अंगीभूत कॉलेजों में डिग्री सेमेस्टर वन में नामांकन अब बंद कर दिया गया है। सोमवार को यूजी नामांकन के लिए सभी कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक बुलाई गई। निर्णय लिया गया कि अंगीभूत कॉलेजों में अब डिग्री सेमेस्टर वन में नामांकन नहीं लिया जाएगा। नामांकन प्रक्रिया को अब बंद किया जा रहा है। वहीं एफिलिएटेड कॉलेजों में नामांकन कम होने के कारण कुछ समय दिया गया है। जनरल व वोकेशनल कोर्स के लिए पोर्टल खोलने संबंधी मामला नामांकन कमेटी के सामने रखा जाएगा।
डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ एलबी सिंह व नामांकन सेल अध्यक्ष डॉ नविता गुप्ता ने यह जानकारी दी। फीस जमा कर चुके छात्र-छात्राओं को छह फरवरी तक कागजात सत्यापन का मौका दिया गया था। अब कोई समय नहीं मिलेगा। नामांकन फीस जमा करने व कागजात सत्यापन करा चुके छात्रों का अब आईडी व रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जेनरेट करने का काम शुरू होगा। इस संबंध में सभी प्राचार्यों को इससे संबंधित वीडियो भी दिखाया गया। डीन स्टूडेंट वेलफेयर कहते हैं कि ऐसे छात्रों को पर्याप्त समय मिला। उनका नामांकन रद्द हो जाएगा।
रजिस्ट्रेशन में लिख सकते हैं हिन्दी में अपना नाम : प्राचार्यों की बैठक में निर्देश दिया गया कि छात्र-छात्राओं का मोबाइल नंबर कॉलेज वेबसाइट या अन्य जगहों पर सार्वजनिक नहीं करें। यह आईटी एक्ट का उल्लंघन है। इससे गोपनीयता भंग हो सकती है। अब नई व्यवस्था में छात्र-छात्राएं हिन्दी में अपना व पिता का नाम लिख सकते हैं। इसके लिए चांसलर पोर्टल में जाकर चेंज रिक्वेस्ट सेक्शन में जाएं। रजिस्ट्रेशन में अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी में भी नाम व पिता का नाम आएगा। कई प्राचार्यों ने छात्रों के बोर्ड चेंज का भी मामला उठाया। छात्रों का कहना है कि ऑनलाइन नामांकन फॉर्म भरते समय साइबर कैफे में गलती से जैक बोर्ड के बदल दूसरा बोर्ड लिखा गया अथवा दूसरे बोर्ड के बदले गलती से जैक लिखा गया। बताया गया कि जिसका सीबीएसई/ आईसीएसई बोर्ड है और जैक लिखा गया है, ऐसे छात्रों को 708 रुपए में से बचे हुए पैसे जमा करने होंगे। जैक बोर्ड के लिए 358 रुपए व दूसरे बोर्ड के लिए 708 रुपए निर्धारित है। बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि इंटर साइंस पास से आर्ट्स संकाय में परिवर्तन किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए कुल अंक 60 फीसदी से अधिक अंक होना चाहिए। नामांकन लेने में अगर संबंधित ऑनर्स वाले विषय में 45 फीसदी से कम अंक है तो ऑनर्स में नामांकन नहीं मिलेगा। केवल झारखंड से जारी जाति व ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट ही मान्य होगा। झारखंड से जारी जाति व ईडब्ल्यूएस जमा नहीं करने पर नामांकन रद्द हो जाएगा। मौके पर परीक्षा नियंत्रक डॉ सत्यजीत कुमार सिंह, प्राचार्य डॉ शर्मिला रानी, डॉ प्रवीण सिंह, डॉ अजीत कुमार, डॉ एके माजी मौजूद थे।