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कैथ लैब के लिए इंतजार बाकी

नए साल में बोकारो जेनरल अस्पताल कैथ लैब की सुविधा को लेकर फिलहाल इस्पातकर्मियों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। गत छह माह पूर्व सेल प्रबंधन की ओर से बीजीएच में हृदय रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते...

कैथ लैब के लिए इंतजार बाकी
हिन्दुस्तान टीम,बोकारोSun, 05 Nov 2017 11:14 PM
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नए साल में बोकारो जेनरल अस्पताल कैथ लैब की सुविधा को लेकर फिलहाल इस्पातकर्मियों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। गत छह माह पूर्व सेल प्रबंधन की ओर से बीजीएच में हृदय रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कैथलैब स्थापित करने की प्लानिंग की गई थी। जिसके तहत एंजियोग्राफी सहित अन्य कई प्रकार की चिकित्सीय सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराई जानी थी। ताकि इस्पातकर्मियों को हृदयरोग संबंधी बीमारी के लिए अन्य निजी अस्पातलों में रेफर न करना पड़े। हृदय रोग संबंधी बीमारी के लिए कई अस्पातलों से करार: बोकारो इस्पात प्रबंधन ने हृदय रोग के ईलाज के लिए देश कई बड़े अस्पतालों से करार किया है। उन अस्पतालों में हृदय रोग सहित अन्य बीमारियों के मरीजों पर प्रबंधन मोटी रकम खर्च करती है। इनमें बीएम बिड़ला हार्ट रिसर्च सेंटर, कोलकाता, रांची अपोलो, एम्स दिल्ली, एस्कॉर्ट अस्पताल दिल्ली सहित अन्य हैं। यहां बीजीएच से रेफर बीएसएल कर्मी और उनके आश्रित को नि शुल्क जांच की सेवा दी जाती है। यह सुविधा होने से काफी सहुलियत होगी।कैथलैब से होती करोड़ों की बचतबीजीएच में एंजियोग्राफी सिस्टम लगाए जाने से प्रबंधन को करोड़ों रुपये की बचत होती। वर्तमान में बीजीएच से प्रतिवर्ष हृदय रोग के करीब 1 हजार से अधिक मरीज एंजियोग्राफी कराने के लिए दिल्ली कोलकाता सहित देश के अन्य राज्यों के अस्पतालों में रेफर किए जाते हैं। अन्य अस्पतालों में रेफर किए जाने से प्रबंधन को करोड़ों की राशि दूसरे अस्पतालों को चुकानी पड़ती है। यहां मशीन लगने से न सिर्फ प्रबंधन को एक बड़ी राशि की बचत होगी। बल्कि अस्पताल में आए गैर हकदार मरीज की एंजियोग्राफी से प्रबंधन को मुनाफा हो सकता है।

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