पशु तस्करी मामले में रजरप्पा थानेदार भी एफआईआर
विश्व हिंदु परिषद के प्रदेश धर्माचार्य भगवान सिंह ने कहा कि आदित्यपुर थाना प्रभारी का व्यवहार ठीक नहीं रजरप्पा थाना प्रभारी पर भी एसआइटी जांच की मांगरजरप्पा थाना प्रभारी पर भी एसआइटी जांच की...
पशु तस्करी मामले में आदित्यपुर थाने में रजरप्पा थाना प्रभारी भी एफआईआर दर्ज की गयी है। थानेदार समेत कुल नौ लोगों पर एफआईआर है। इधर, मामले में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए विहिप के प्रदेश धर्माचार्य प्रमुख भगवान सिंह ने एसआईटी जांच की मांग कर दी है।
आदित्यपुर थाना पहुंचे विहिप के प्रदेश धर्माचार्य प्रमुख भगवान सिंह ने थाना प्रभारी राजेंद्र प्रसाद पर कई आरोप लगाये हैं।
कहा, थाना प्रभारी ने उन्हें बताया कि गलतफहमी में पुलिसकर्मी जेल चले गये हैं। ट्रक पर पशुओं की संख्या के हिसाब से ही सीजर लिस्ट थी। तीन सीजर लिस्ट पायी गयी है, जिसमें पांच पशु चाईबासा, 12 कालियाडूंगरी व 15 चाकुलिया भेजे जाने थे। लेकिन, जब गम्हरिया में पशु को चाईबासा के लिए लोड किया जा रहा था, तो उस वक्त भीड़ ने पकड़ लिया। इस कारण डर से चाईबासा की सीजर लिस्ट जिस चौकीदार के पास थी, वह वहां से भाग गया। भगवान सिंह का कहना है कि एफआईआर की कॉपी मिलने के बाद आगे की रणनीति तय की जायेगी। कहा, इस मामले की एसआईटी जांच करायी जानी चाहिए।
सीजर लिस्ट से ज्यादा मिले थे पशु : शुक्रवार को गम्हरिया घोड़ाबाबा मंदिर के पास लोगों ने ट्रक से पशु उतारते पकड़ा था। इसके बाद पुलिस पहुंची और ट्रक को टोलब्रिज होते हुए निकालने का प्रयास कर रही थी कि लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसकी जानकारी रामगढ़ एसपी व कोल्हान डीआईजी राजीव रंजन सिंह को मिलने पर एएसपी राकेश रंजन मौके पर पहुंचे तो गिनती में 32 पशु मिले। जबकि रजरप्पा के पुलिस दल जो चाकुलिया गौशाला लेकर जा रहे थे उनके पास 27 पशुओं की ही सीजर लिस्ट मिली। इसके बाद प्राथमिकी दर्ज कर सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
सीजर लिस्ट में गड़बड़ी पायी गयी है, जिसपर आरोपियों को जेल भेजा गया है। सीजर लिस्ट में 27 गायें मिली, जबकि 32 गायें थीं।
राजेंद्र प्रसाद, थाना प्रभारी, आदित्यपुर