चेस्ट, ब्रेन व ब्लड में इंफेक्शन का कारण बन सकता है निमोनिया
आमतौर पर लोग बच्चों में निमोनिया को आम बीमारी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। पर निमोनिया खतरनाक हो सकता है। दरअसल निमोनिया से चेस्ट, ब्रेन व ब्लड में इंफेक्शन फैल सकता है, जो जानलेवा हो सकता है। उक्त...
आमतौर पर लोग बच्चों में निमोनिया को आम बीमारी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। पर निमोनिया खतरनाक हो सकता है। दरअसल निमोनिया से चेस्ट, ब्रेन व ब्लड में इंफेक्शन फैल सकता है, जो जानलेवा हो सकता है। उक्त बातें कोलकाता से आए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पवित्र चक्रवर्ती ने रविवार को साकची के एक होटल में कही। वह यहां दी इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) की ओर से आयोजित अर्द्धवार्षिक कांफ्रेंस को बतौर वक्ता संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का उद्घाटन आईएपी के अध्यक्ष डॉ. आरके अग्रवाल, सचिव डॉ. मिंटू अखौरी व उपाध्यक्ष डॉ. जॉय भादुड़़ी ने किया। डॉक्टरों के बीच प्रतियोगिता हुई। जिसमें एमजीएम, टीएमएच, व टेल्को अस्पताल के पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। बच्चों में निमोनिया बीमारी के बारे में डॉ. पवित्र चक्रवर्ती ने बताया कि निमोनिया के बढ़ते मामलों का सबसे बड़ा कारण है लोगों में जागरूकता की कमी। निमोनिया के लिए कई एडवांस टीके आ गए हैं, पर लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने सभी डॉक्टरों से अपील की कि वह उनके पास इलाज के लिए आने वाले बच्चों के माता-पिता को इन नई वैक्सीन के बारे में जानकारी दें। कार्यक्रम में डॉ. प्रीति, डॉ. निशा, डॉ. मोहन कुमार, डॉ. एस भट्चार्जी, डॉ. स्मृति नाथ व अन्य मौजूद रहे।