एनआईटी ने नहीं दी सीवरेज लाइन बिछाने की अनुमति
आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में 255 करोड़ की लागत से स्थापित हो रही सीवरेज योजना धरातल पर आने से पहले ही विवाद में आ गयी है। विभिन्न वार्डों में विरोध के बाद अब एनआईटी प्रबंधन ने भी अपने परिसर से...
आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में 255 करोड़ की लागत से स्थापित हो रही सीवरेज योजना धरातल पर आने से पहले ही विवाद में आ गयी है। विभिन्न वार्डों में विरोध के बाद अब एनआईटी प्रबंधन ने भी अपने परिसर से सीवरेज लाइन बिछाने की अनुमति नहीं दी है। मंगलवार को पत्र के आलोक में सीवरेज लाइन बिछाने की अनुमति लेने गये जुडको के अधिकारियों को मना कर दिया।
एनआईटी के रजिस्ट्रार एमके अग्रवाल ने बताया कि जुडको द्वारा सीवरेज लाइन बिछाने को लेकर पत्र लिखा गया है। लेकिन, उसके साथ किसी प्रकार का टर्म एंड कंडिशन का उल्लेख नहीं किया या है। यही नहीं सड़क तोड़ी जायेगी तो उसे कौन बनायेगा, कहां से शुरुआत करनी है और कहां खत्म इसका कोई उल्लेख नहीं है। वहीं, एनआईटी में किसी भी योजना की स्थापना के लिए बोर्ड ऑफ गवर्नेंस की बैठक में अनुमति लेनी जरूरी है। रजिस्ट्रार ने कहा कि जुडको द्वारा एनआईटी को सुविधा देने के मामले पर केवल मौखिल बोला गया है। लिखित में किसी प्रकार की कोई बात का उल्लेख नहीं है। दूसरी ओर, एनआईटी जमशेदपुर में हॉस्टल जेएंड के में पूर्व से ही सीवरेज ट्रीटमेंट सिस्टम स्थापित है, जबकि एनआईटी की जमीन ऊपर-नीचे होने के कारण यहां जल जमाव की कोई संभावना भी नहीं है।
4.5 किलोमीटर बिछेगी लाइन : एनआईटी जमशेदपुर में सीवरेज के लिए 4.5 किमी लाइन बिछायी जायेगी। औद्योगिक क्षेत्र के अलावा गम्हरिया में स्थापित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से भी यहां कनेक्टिविटी की जायेगी।