जमशेदपुर में दिनभर गुरु पूर्णिमा की धूम, रात में चंद्रग्रहण
आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा शुक्रवार को दिनभर गुरु पूर्णिमा की धूम रही। रात 11.54 बजे से आरंभ हुई चंद्रग्रहण की पूजा। रात्रि जागरण कर मंदिरों में भजनों की अमृत वर्षा की। ब्रह्ममुहूर्त में लिया...
आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा शुक्रवार को दिनभर गुरु पूर्णिमा की धूम रही। रात 11.54 बजे से आरंभ हुई चंद्रग्रहण की पूजा। रात्रि जागरण कर मंदिरों में भजनों की अमृत वर्षा की। ब्रह्ममुहूर्त में लिया संकल्प : सनातन धर्मावलंबियों ने ब्रह्ममुहूर्त में जगकर पवित्र मन से गुरु पूर्णिमा की पूजा का संकल्प लिया। घरों और पूजा स्थलों की सफाई की। पास के मंदिरों में पूजा-पाठ करने के बाद अपने माता पिता को प्रणाम किया। मिठाई, फल और वस्त्र देकर गुरुजनों से आशीर्वाद लिया। शाम तक गुरु पूर्णिमा की पूजा किए, भगवान को स्पर्श नहीं किया। बिना गुरु वाले महादेव को गुरु मानकर पूजा की। भजन कीर्तन के साथ चंद्र ग्रहण काल में मंदिरों का पट बंद कर दिया गया। जाति, संप्रदाय का बंधन टूटा : गुरु पूर्णिमा की पूजा में जाति और संप्रदाय का बंधन टूटता नजर आया। गुरुजनों की पूजा और सेवा कर आदेश के पालन का संकल्प लिया। भारत स्वाभिमान-पतंजलि योग समिति ने काशीडीह दुर्गापूजा मंदिर में गुरु पूर्णिमा मनाया। परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर में गुरु पादुका का पंचामृत स्नान और पूजा की गई। भजनों की अमृतवर्षा हुई। मौके पर सरोज कुमार मिश्र, टीएन झा, योगेंद्र ठाकुर, केसी मिश्र, भगवान झा, दिगंबर झा, ब्रजमोहन आदि मौजूद थे।