डैम के नौ फाटक खुलने के बाद कमे जलस्तर के बीच आंखों में आंसू लिये घर खोजते रहे विस्थापित
बारिश थमने एवं डैम के नौ फाटक खोलने के बाद रविवार को कमे जलस्तर के बीच ईचागढ़ व कुकड़ू के विस्थापित आंखों में दर्द लिये अपने-अपने घरों को खोजते नजर...
चांडिल (जमशेदपुर) । संवाददाता
बारिश थमने एवं डैम के नौ फाटक खोलने के बाद रविवार को कमे जलस्तर के बीच ईचागढ़ व कुकड़ू के विस्थापित आंखों में दर्द लिये अपने-अपने घरों को खोजते नजर आये। वहीं, कई ढह चुके आशियाने को देख आंसू बहाते रहे। कल तक जिन मकानों में अपने बच्चों के साथ चैन की जिंदगी गुजार रहे थे आज वह जमीनदोज हो चुके थे। बारिश की इस त्रासदी में कई विस्थापित के घर अब सरकारी भवन बन चुके हैं तो कई ने ईचागढ़ पुल पर ही तंबू में रात गुजारी। विस्थापितों को इस बात का दर्द है कि दो दिनों बाद भी सांसद और विधायक ने उनकी सुध नहीं ली।
चांडिल डैम का जलस्तर डेढ़ मीटर घटा :
दो दिनों के बाद डैम का जलस्तर रविवार देर शाम घटकर 181.80 मीटर पर पहुंच गया। इसके बावजूद डैम के नौ फाटक देर शाम तक चार-चार मीटर तक खुले रहे। डैम से अभी भी 38 सौ क्यूमेक्स पानी स्वर्णरेखा नदी में छोड़ा जा रहा है, जिससे जमशेदपुर एवं स्वर्णरेखा नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। डैम के जलस्तर में डेढ़ मीटर की कमी तो जरूर आयी, पर दुश्वारियां कम नहीं हुई है। जलस्तर कम होने के बाद अब डूब क्षेत्र वाले इलाकों में बीमारी फैलने का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
कई कांवरिया बगैर जलाभिषेक किये लौटे :
स्वर्णरेखा नदी में आयी उफान में पुलिया के डूबने से जायदा प्राचीन शिव मंदिर का सड़क मार्ग से सीधा संपर्क कट गया, जिस कारण दर्जनों कांवरिया बगैर जलाभिषेक किये लौट गये। स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ने से जायदा मंदिर का पिछले दो दिनों से सड़क मार्ग से संपर्क कटा हुआ है। अगर, यही हालात रहे तो दूसरे सोमवार को भक्त शिव मंदिर में जलाभिषेक करने से वंचित रह जायेंगे।
कमारगोड़ एवं अलबेला गार्डेन पुलिया भी डूबी:
चांडिल डैम का फाटक खुलने व स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ने से कपाली की कमारगोड़ा पुलिया एवं अलबेला गार्डेन पुलिया डूब गयी। जिससे कपाली के लोगों को छह किमी की अतिरिक्त दूरी तय कर पारडीह से होकर जमशेदपुर जाना पड़ा।
ईचागढ़ एवं कुकड़ू में तीन दिनों से ब्लैक आउट :
ईचागढ़ एवं कुकड़ू प्रखंड के जलमग्न दो दर्जन से ज्यादा गांवों में पिछले तीन दिनों से ब्लैक आउट की स्थिति है। वहीं, चांडिल डैम के पास स्वर्णरेखा नदी में 11 केवी के तार संपर्क में आने के कारण पूरे चांडिल एवं चौका क्षेत्र में करीब 15 घंटे बिजली गुल रही।