महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने रखे सक्रिय राजनीति में कदम, बनाई गईं मां की मीडिया सलाहकार
Jammu Kashmir News: इल्तिजा 2019 से महबूबा मुफ्ती की सोशल मीडिया की प्रभारी हैं। इल्तिजा उस समय अनुच्छेद 370 को अवैध रूप से निरस्त करने के भारत सरकार के फैसले की एक अग्रणी आवाज और मुखर आलोचक के रूप म
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने राजनीति में औपचारिक तौर पर कदम रख दिया है। चार साल तक अपनी मां का सोशल मीडिया अकाउंट चलाने के बाद इल्तिजा को अपनी ही मां और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती का मीडिया सलाहकार नियुक्त किया गया है। 35 वर्षीय इल्तिजा की नियुक्ति का फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के स्तर पर लिया गया है।
पार्टी के एक बयान में कहा गया है, "जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने इल्तिजा मुफ्ती को पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती का मीडिया सलाहकार नियुक्त किया है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि इल्तिजा 2019 से महबूबा मुफ्ती की सोशल मीडिया की प्रभारी हैं। इल्तिजा उस समय अनुच्छेद 370 को अवैध रूप से निरस्त करने के भारत सरकार के फैसले की एक अग्रणी आवाज और मुखर आलोचक के रूप में उभरीं थीं, जब जम्मू-कश्मीर के मुख्यधारा के नेता सलाखों के पीछे थे।"
इल्तिजा ने अपनी नियुक्ति के बाद कहा, "ऐसे समय में जब जम्मू-कश्मीर के लोग खुद को पूरी तरह से अराजकता, निराशा और अंधेरे में फंसा हुआ पाते हैं, उनकी हर संभव तरीके से मदद करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मुझे उम्मीद है कि मैं अंतर ला सकती हूं।" इल्तिजा की नियुक्ति की घोषणा करते हुए पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे वक्त में जब जम्मू-कश्मीर के मुख्य नेताओं को सलाखों के पीछे डाला जा रहा था तब इल्तिजा ही थीं, जिन्होंने सरकार के अवैध तरीके से अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को हटाने के फैसले के खिलाफ मुखरता से आवाज उठाई और आलोचक बनकर उभरी थीं।
इल्तिजा ने पिछले साल सितंबर में कहा था कि वह जम्मू-कश्मीर के भयभीत माहौल में राजनीति का हिस्सा नहीं बनना चाहती हैं। हालांकि उन्होंने संभावना को पूर्ण रूप से खारिज नहीं करते हुए कहा था कि भविष्य का किसी को नहीं पता। इल्तिजा ने जम्मू में एक सम्मेलन में कहा था, "मौजूदा माहौल में, जहां राजनेता पत्रकार बन रहे हैं और पत्रकार स्टेनोग्राफर, मैं राजनीति नहीं करना चाहती। राजनीति, जनता के साथ आपके रिश्ते बनाने को लेकर है। आपके जीवन में इस तरह के हालात आएंगे (जो आपको सिखाएंगे।"