गुलाम नबी आजाद ने अनुच्छेद 370 के हटाने के तरीके को बताया गलत, कहा- इसकी शक्ति तो विधानसभा के पास थी
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के तरीके को गलत बताया है। पुंछ में एक सभा को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा सरकार की ओर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और राज्य को...
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कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के तरीके को गलत बताया है। पुंछ में एक सभा को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा सरकार की ओर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और राज्य को विभाजित करने के बाद, हमने कहा कि उनके पास संविधान में संशोधन करने की शक्ति है, लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा के माध्यम से न की संसद या फिर राज्यपाल शासन के माध्यम से। उन्होंने कहा कि हम शुरू से कहते आ रहे हैं कि उनका तरीका गलत था। यह जम्मू-कश्मीर विधानसभा का अधिकार था।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि पुंछ में हिंदू, मुस्लिम और सिख एक साथ रहते हैं। हमारे देश, राज्य (केंद्र शासित प्रदेश), धर्मनिरपेक्षता की पहचान यह है कि आपने लड़ाई जारी रखी और इस क्षेत्र की रक्षा की। कई क्षेत्रों में, सेना और जनता के बीच तनाव है लेकिन पुंछ-राजौरी में उनके बीच कभी तनाव नहीं था।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पुंछ और राजौरी बॉर्डर से सटे हैं और जहां आतंकवादी घूमते रहते हैं क्योंकि 1947 से इन क्षेत्रों पर पाकिस्तान की नजर है। इसलिए मैं सेना और पुंछ और राजौरी के लोगों को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि हमें अपने देश पर गर्व है कि हम सब शांति के साथ रहते हैं। हमें भाईचारे को हमेशा बनाए रखना है। सरकारें आती और जाती हैं। कोई हमेशा के लिए नहीं है। अगर कोई हमेशा के लिए है तो वह है आपसी भाईचारा है।