Hindi Newsविदेश न्यूज़Why did Netanyahu deliver his UNGA speech wearing a QR code pin It was broadcast live across Gaza
नेतन्याहू ने क्यूआर कोड वाली पिन पहनकर क्यों दिया भाषण? पूरे गाजा में हुआ लाइव टेलिकास्ट

नेतन्याहू ने क्यूआर कोड वाली पिन पहनकर क्यों दिया भाषण? पूरे गाजा में हुआ लाइव टेलिकास्ट

संक्षेप: इजराइली सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि गाजा वासी और अन्य लोग नेतन्याहू की बात सुनें। सेना ने इजराइल-गाजा सीमा पर लाउडस्पीकर लगा दिए थे ताकि नेतन्याहू का भाषण सुनाई दे।

Sat, 27 Sep 2025 08:19 AMAmit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, न्यूयॉर्क
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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार, 26 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक आक्रामक और भावुक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने हमास के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई को 'आखिरी अंजाम' तक ले जाने की बात कही। भाषण के दौरान उन्होंने अपनी जैकेट पर एक बड़ा क्यूआर कोड वाला पिन पहना था। साथ ही, नेतन्याहू ने दावा किया कि उनके भाषण को पूरे गाजा पट्टी में लाउडस्पीकर और मोबाइल फोनों के जरिए लाइव प्रसारित किया जा रहा है, ताकि बंधक और हमास सदस्य इसे सुन सकें। यह कदम इजरायल की रणनीतिक प्रचार युद्ध का हिस्सा था।

"पश्चिमी नेता दबाव में झुक गए होंगे, इजरायल नहीं"

संयुक्त राष्ट्र में आलोचकों और प्रदर्शनकारियों से घिरे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दुनिया के नेताओं से कहा कि इजरायल को गाजा में हमास के खिलाफ "काम खत्म करना ही होगा"। उन्होंने गाजा में विनाशकारी युद्ध को समाप्त करने से इनकार करने पर बढ़ते अंतरराष्ट्रीय अलगाव के बावजूद संयुक्त राष्ट्र में एक मुखर भाषण दिया। नेतन्याहू ने कहा, ‘‘पश्चिमी नेता दबाव में झुक गए होंगे। और मैं आपको एक चीज की गारंटी देता हूं। इजरायल नहीं झुकेगा।’’

शुक्रवार को जब वह भाषण देने ही वाले थे, तब कई देशों के प्रतिनिधि संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल से सामूहिक रूप से बाहर चले गए। उन्होंने इसके बाद संबोधन शुरू किया। फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने के देशों के हालिया फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए नेतन्याहू ने कहा, "आपका यह शर्मनाक फैसला यहूदियों और हर जगह निर्दोष लोगों के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देगा।"

जैसे ही इजरायली नेता ने बोलना शुरू किया, हॉल में हल्का शोर सुनाई दे रहा था। कुछ लोगों ने तालियां भी बजाईं। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल वहीं रुका रहा, जिसने हमास के खिलाफ नेतन्याहू के अभियान में उनका समर्थन किया था। नेतन्याहू ने कहा, ‘‘यहूदी-विरोध का खत्म होना मुश्किल है। दरअसल, यह बिल्कुल नहीं खत्म होता।’’ वह अक्सर अपने आलोचकों पर यहूदी विरोधी भावना रखने का आरोप लगाते रहे हैं।

नेतन्याहू को अंतरराष्ट्रीय अलगाव, युद्ध अपराधों के आरोपों और उस संघर्ष को समाप्त करने के बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार का भाषण उनके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सबसे बड़े मंच पर अपनी प्रतिक्रिया देने का एक मौका था। जैसा कि नेतन्याहू अक्सर अतीत में करते आए हैं, उन्होंने एक दृश्य दिखाया जिसमें क्षेत्र का एक नक्शा था जिसका शीर्षक था "द कर्स’’ (अभिशाप)। उन्होंने उस पर एक बड़े मार्कर से निशान लगा रखे थे।

क्यूआर कोड में क्या था?

वह मंच पर चढ़ते समय विशेष पिन पहने हुए थे जिस पर क्यूआर कोड लगा था। प्रधानमंत्री के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों, मंत्रियों और उनके साथ आए लोगों ने भी वही पिन लगाए हुए थे। नेतन्याहू ने कहा, "आप यहां यह बड़ा पिन देख रहे हैं। यह एक क्यूआर कोड है। मैं आपसे यही कहूंगा कि अपना फोन उठाएं, जूम इन करें, और आप भी देख पाएंगे कि हम क्यों लड़ते हैं और हमें क्यों जीतना चाहिए। यह सब यहीं है।" यह क्यूआर कोड 7 अक्टूबर 2023 के हमास हमले की भयावह तस्वीरों और वीडियो से जुड़ा था। इसे स्कैन करने पर 2023 में 7 अक्टूबर के हमले के दस्तावेज रखने वाली एक समर्पित वेबसाइट पर पहुंच जाते।

भाषण में नेतन्याहू ने क्षेत्र में अपने राजनीतिक और सैन्य दृष्टिकोण में अपने प्रमुख सहयोगी, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भी बार-बार प्रशंसा की। नेतन्याहू ने कहा कि पश्चिम एशिया में हो रहे बदलावों ने नए अवसर पैदा किए हैं। उन्होंने कहा कि इजराइल ने सीरिया के साथ बातचीत शुरू कर दी है जिसका उद्देश्य देश की नई सरकार के साथ सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करना है।

पूरे गाजा में लाइव टेलीकास्ट का दावा

पश्चिम एशिया में इजराइली सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि गाजा वासी और अन्य लोग नेतन्याहू की बात सुनें। सेना ने इजराइल-गाजा सीमा पर लाउडस्पीकर लगा दिए थे ताकि नेतन्याहू का भाषण सुनाई दे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह भी कहा था कि एक "अभूतपूर्व अभियान" में, इजरायली सेना गाजा के निवासियों और हमास सदस्यों के मोबाइल फोन अपने कब्जे में लेगी और उनके भाषण का इन मोबाइल के माध्यम से सीधा प्रसारण किया जाएगा। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि क्या ऐसा हो पाया और किस हद तक हो पाया।

Amit Kumar

लेखक के बारे में

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अमित कुमार एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया इंडस्ट्री में नौ वर्षों से अधिक का अनुभव है। वर्तमान में वह लाइव हिन्दुस्तान में डिप्टी चीफ कंटेंट प्रोड्यूसर के रूप में कार्यरत हैं। हिन्दुस्तान डिजिटल के साथ जुड़ने से पहले अमित ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम किया है। अमित ने अपने करियर की शुरुआत अमर उजाला (डिजिटल) से की। इसके अलावा उन्होंने वन इंडिया, इंडिया टीवी और जी न्यूज जैसे मीडिया हाउस में काम किया है, जहां उन्होंने न्यूज रिपोर्टिंग व कंटेंट क्रिएशन में अपनी स्किल्स को निखारा। अमित ने भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC), दिल्ली से हिंदी जर्नलिज्म में पीजी डिप्लोमा और गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी, हिसार से मास कम्युनिकेशन में मास्टर (MA) किया है। अपने पूरे करियर के दौरान, अमित ने डिजिटल मीडिया में विभिन्न बीट्स पर काम किया है। अमित की एक्सपर्टीज पॉलिटिक्स, इंटरनेशनल, स्पोर्ट्स जर्नलिज्म, इंटरनेट रिपोर्टिंग और मल्टीमीडिया स्टोरीटेलिंग सहित विभिन्न क्षेत्रों में फैली हुई है। अमित नई मीडिया तकनीकों और पत्रकारिता पर उनके प्रभाव को लेकर काफी जुनूनी हैं। और पढ़ें

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