बांग्लादेश में किसको समर्थन दे रहा पाकिस्तान? शरीफ सरकार ने कर दिया खुला ऐलान
- पाकिस्तान ने कहा है कि वह इस समय बांग्लादेश की जनता के साथ खड़ा है। पाकिस्तान का बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ खुफिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि बांग्लादेश में हिंसा के पीछे उसका हाथ है।
बांग्लादेश में मची उथल-पुथल के बीच पड़ोसी देश पाकिस्तान अब खुलकर सामने आ गया है। शेख हसीने के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है। पाकिस्तान ने कहा है कि वह इस समय बांग्लादेश की जनता के साथ खड़ा है। पाकिस्तान का बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ खुफिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि बांग्लादेश में हिंसा के पीछे उसका हाथ है।
पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि वह “बांग्लादेश के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।” पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "हमें विश्वास है कि बांग्लादेशी लोगों की दृढ़ भावना और एकता उन्हें एक सामंजस्यपूर्ण भविष्य की ओर ले जाएगी।" पाकिस्तान ने यह भी कहा कि वह "ईमानदारी से शांतिपूर्ण और शीघ्र सामान्य स्थिति की वापसी की उम्मीद कर रहा है।"
इस बीच बांग्लादेश के छात्र नेताओं, राजनेताओं, राष्ट्रपति और सेना प्रमुख ने एक साथ बैठक की और संसद को भंग करने का फैसला किया। नोबेल पुरस्कार विजेता और अर्थशास्त्री मुहम्मद यूनुस ने छात्र प्रदर्शनकारियों द्वारा नई अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार बनने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शनों के पीछे पाकिस्तान का हाथ?
पिछले महीने शुरू हुए ये विरोध प्रदर्शन, 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में लड़ने वालों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने वाली कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग के साथ शुरू हुए थे, जो बाद में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में बदल गए। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां द्वारा प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की घोषणा के बाद, देश भर में उत्साही भीड़ अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतर आई। हसीना के इस्तीफे के साथ ही सत्ता में उनके 15 साल का शासन समाप्त हो गया। हजारों प्रदर्शनकारियों ने सैन्य कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए उनके सरकारी आवास पर धावा बोल दिया। हालांकि, वह अपने आवास पर नहीं थीं।
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली मुख्य विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) और जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश की छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिबिर पर घातक हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। माना जाता है कि जमात-ए-इस्लामी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का समर्थन प्राप्त है। इंडिया टुडे ने बताया कि जमात के छात्र संघ के कई छात्रों ने बांग्लादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्राप्त कर लिया है।
जमात के कई सदस्य कथित तौर पर फर्जी पहचान वाले छात्रों की आड़ में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और सोशल मीडिया पर हिंसा भी भड़काई। अवामी लीग सरकार ने हाल ही में पार्टी पर प्रतिबंध लगा दिया था। माना जाता है कि यह संगठन बांग्लादेश भर में मदरसों की गतिविधियों में भी भाग लेता है। हसीना द्वारा कथित रूप से धांधली वाले आम चुनाव जीतने के बाद हाल ही में “इंडिया आउट” अभियान भी जमात का ही काम माना जाता है।
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