क्यों सुनीता विलियम्स की लैंडिंग के आखिरी 45 मिनट होंगे डरावने, क्या है स्प्लेशडाउन
Sunita Williams SpaceX Landing: बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स ने ‘स्पेसएक्स’ यान में सवार होकर अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को अलविदा कहा, जो पिछले वसंत से उनका घर बना हुआ था।

Sunita Williams SpaceX Landing: पिछले नौ महीने से अंतरिक्ष में फंसे नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को लेकर ‘स्पेसएक्स’ यान धरती के लिए रवाना हो चुका है। उनके साथ दो अन्य अंतरिक्ष यात्री भी हैं, जो उन्हें लाने गए थे। भारतीय समयानुसार स्पेसक्राफ्ट के कल (बुधवार, 19 मार्च को) तड़के फ्लोरिडा तट पर लैंड करने की संभावना है। इससे पहले आज तड़के ही यह यान ‘अनडॉक’ (अंतरिक्ष स्टेशन से अलग) हो गया।
बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स ने ‘स्पेसएक्स’ यान में सवार होकर अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को अलविदा कहा, जो पिछले वसंत से उनका घर बना हुआ था। NASA के वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर मौसम सही रहा तो स्पेसएक्स क्राफ्ट को फ्लोरिडा तट पर पानी में उतारा जाएगा। इसके लिए नासा के वैज्ञानिकों ने सात स्पलेशडाउन साइट चिन्हित किए हैं।
क्या हैं स्प्लेशडाउन साइट?
जब कोई स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष से धरती पर आता है , तो उसे जहां उतारा जाता है, उस स्थान को स्प्लेशडाउन साइट कहा जाता है। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को लेकर आ रहा यान पानी में उतरेगा। इसके लिए सात स्प्लेशडाउन साइट का चुनाव नासा के वैज्ञानिकों ने किया है। इनमें से तीन साइट गल्फ ऑफ मैक्सिको, जिसे हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने गल्फ ऑफ अमेरिका के रूप में नाम बदल दिया है, में है और चाप साइट अटलांटिक महासागर में चिन्हित किए गए हैं।
इन सात में से किस साइट पर बुधवार को तड़के स्पेसएक्स उतरेगा, इसका फैसला ग्राउंड पर तैनात नासा के वैज्ञानिक और स्पेसएक्स के विशेषज्ञ मौसमी दशाओं के आधार पर तय करेंगे। यानी वातावरण में नमी, तापमान की स्थिति, हवा की दिशा और गति के आधार पर वैज्ञानिक मौके पर ही स्प्लेशडाउन साइट का निर्धारण करेंगे। इसलिए अभी यह नहीं कहा जा सकता कि उन सात स्प्लेशडाउन साइट में से किस पर स्पेसक्राफ्ट पानी में लैंड करेगा।
आखिरी 45 मिनट क्यों है खास और डरावना
नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने से पहले स्पेसएक्स को ट्रेजेक्टरी को आखिरी बार बदलना होगा। इसके बाद उसे धरती के वायुमंडल से गुजरते हुए स्प्लेशडाउन साइट पर लैंड करने में 46 मिनट का वक्त लगेगा। ये आखिरी 46 मिनट काफी अहम और डरावना है क्योंकि इस दौरान स्पेसएक्स घर्षण के कारण आग का एक गोला बन चुका होगा, जिसकी रफ्तार 28000 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी। हालांकि, धरती के वायुमंडल में घुसते ही इसकी गति धीरे-धीरे कम होने लगेगी क्योंकि वैज्ञानिकों ने इसके लिए थ्रस्टर लगा रखा है जो उसकी स्पीड कम करेगा।
स्पेसएक्स की कैसे कम होगी रफ्तार?
वैज्ञानिकों के मुताबिक, धरती के वायुमंडल में घुसने के बाद स्पेसएक्स का कैप्सूल और ट्रंक मॉड्यूल अलग हो जाएगा। कैप्सूल में ही चारों अंतरिक्ष यात्री सवार होंगे। वैज्ञानिकों ने बताया कि इस दौरान धीरे-धीरे कैप्सूल का तापमान भी कम होने लगेगा लेकिन धधकता गोला होने के बावजूद चारों अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित होंगे क्योंकि कैप्सूल में हीट शील्ड लगाए गए हैं। वैज्ञीनिकों के मुताबिक, जब यह कैप्सूल अपने आखिरी सात मिनट की अंतिम यात्रा में होगा, तब इसे कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है। उऩके मुताबिक, फ्रिक्शन की वजह से इसकी गति कम होकर तब 600 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।
अंतिम चरण में पैराशूट खुलेंगे, इससे भी स्पीड कम हो जाएगी और वह 24 किलोमीटर प्रति घंटे रह जाएगी। वैज्ञानिकों के मुताबिक इसी रफ्तार से कैप्सूल पानी में लैंड करेगा। पानी में गिरने के बाद थोड़ी देर तक कैप्सूल समंदर में ही रहेगा। बाद में ग्राउंड टीम उसे किनारे लाएंगे और अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला जाएगा।
पिछले साल 5 जून को गए सुनीता विलियम्स और विल्मोर
बता दें कि 62 वर्षीय बुच विल्मोर और 59 वर्षीय सुनीता विलियम्स बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल से पिछले साल 5 जून को केप कैनवेरल से रवाना हुए थे। दोनों एक सप्ताह के लिए ही गए थे लेकिन अंतरिक्ष यान से हीलियम के रिसाव और वेग में कमी के कारण वे लगभग नौ माह से अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे हुए थे। रविवार को विल्मोर और विलियम्स के स्थान पर अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को तैनात करने के लिए ‘स्पेसएक्स’ का यान अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचा था।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से रवाना हुए अंतरिक्ष यात्रियों के नए दल में नासा से ऐनी मैक्लेन और निकोल एयर्स शामिल हैं। वे दोनों सैन्य पायलट हैं। इनके अलावा जापान के ताकुया ओनिशी और रूस के किरिल पेस्कोव भी रवाना हुए हैं और दोनों विमानन कंपनियों के पूर्व पायलट हैं। विल्मोर ने रविवार को अंतरिक्ष स्टेशन का ‘हैच’ खोला और इसके बाद एक के बाद एक चारों नए यात्री अंदर आए। अंतरिक्ष में पहले से मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों ने अपने नए साथियों का स्वागत उनसे गले मिलकर और हाथ मिलाकर किया। विलियम्स ने ‘मिशन कंट्रोल’ से कहा, ‘‘यह एक शानदार दिन है। अपने दोस्तों को यहां देखकर बहुत खुशी हुई।’’
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