क्या है MANPADS, जिससे यूक्रेन ने रूस का Su-25 जेट कर दिया स्वाहा; पुतिन को कितना बड़ा झटका?
रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी सेना की 28वीं सेपरेट मैकेनाइज्ड ब्रिगेड की एंटी-एयरक्राफ्ट यूनिट्स ने कथित तौर पर मैन-पोर्टेबल एयर-डिफेंस सिस्टम (MANPADS) से रूसी Su-25 लड़ाकू विमान को मार गिराया है, क्योंकि रूसी जेट उस वक्त यूक्रेनी सैनिकों पर हवाई हमला करने की फिराक में था।
पिछले करीब ढाई साल से चल रहे यूक्रेन-रूस जंग में अब दोनों देश एक दूसरे पर लगातार हमलावर रुख अपनाए हुए है। रूस द्वारा यूक्रेन के कई शहरों पर 100 से अधिक ड्रोन और मिसाइल अटैक के बाद अब यूक्रेनी सेना ने बुधवार को पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र में रूसी सुखोई Su-25 लड़ाकू जेट को मार गिराने का दावा किया है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया एकेस पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, "28वीं मैकेनाइज्ड ब्रिगेड के यूक्रेनी योद्धाओं ने क्रामाटोरस्क दिशा में एक रूसी Su-25 विमान को मार गिराया है। शाबाश!"
यूक्रेन के मीडिया आउटलेट 'द कीव इंडिपेंडेंट' की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी सेना की 28वीं सेपरेट मैकेनाइज्ड ब्रिगेड की एंटी-एयरक्राफ्ट यूनिट्स ने कथित तौर पर मैन-पोर्टेबल एयर-डिफेंस सिस्टम (MANPADS) से रूसी Su-25 लड़ाकू विमान को मार गिराया है, क्योंकि रूसी जेट उस वक्त यूक्रेनी सैनिकों पर हवाई हमला करने की फिराक में था। सेना की 28वीं ब्रिगेड ने इस स्ट्राइक का एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें दूरी पर दो विमानों को दिखाया गया है, जिनमें से एक को बीच हवा में मार गिराया गया है।
रूस को कितना बड़ा नुकसान?
बता दें कि रूस द्वारा डिजाइन किया गया Su-25 जेट हवा से जमीन पर मार करने वाला एक भारी लड़ाकू विमान है, जिसे NATO ने 'फ्रॉगफुट' उपनाम दिया है। मौजूदा जंग में दोनों देशों ने बड़े पैमाने पर एक-दूसरे के खिलाफ इसका इस्तेमाल किया है। इससे पहले 23 जुलाई को भी डोनेट्स्क ओब्लास्ट में पोक्रोवस्क के पास एक और रूसी Su-25 विमान को यूक्रेन ने मार गिराया था। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेनी सेना ने 28 अगस्त तक युद्ध के दौरान 368 रूसी फिक्स्ड-विंग सैन्य विमानों को नष्ट कर दिया है।
क्या होता है MANPADS
MANPADS यानी मैन-पोर्टेबल एयर-डिफेंस सिस्टम सतह से हवा में मार करने वाली गाइडेड मिसाइल हैं। इसे कोई भी शख्स एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकता है और हमले को अंजाम दे सकता है। यह धीमी गति से उड़ान भरने वाले विमानों, विशेष रूप से हेलीकॉप्टरों के लिए काल है। इसका उद्देश्य मूल रूप से जमीनी इकाइयों को हवाई हमले से रक्षा करना है। इसका डिजायन इस तरह से तैयार किया गया है कि एक व्यक्ति ही इसे ऑपरेट कर सकता है और दुश्मन पर अटैक कर सकता है। इसका वजन 20 किलोग्राम है, जिसकी लंबाई लगभग 180 सेमी है और इसका व्यास 20 सेमी से भी कम है।
एक मैनपैड में चार भाग होते हैं। एक मिसाइल में एक रॉकेट मोटर शामिल होती है जिसे इलेक्ट्रॉनिक गाइडेड सिस्टम द्वारा लक्ष्य की ओर निर्देशित किया जाता है। लक्ष्य के करीब, मिसाइल की नोक पर एक वारहेड फट जाता है और विमान को नीचे गिरा देता है। पूरी मिसाइल को एक कनस्तर में संग्रहीत किया जाता है, जिसमें एक फायरिंग और टारगेटिंग सिस्टम जुड़ा होता है।
इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन ने स्वदेश निर्मित पहली बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। ज़ेलेंस्की ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पहली यूक्रेनी बैलिस्टिक मिसाइल का सकारात्मक परीक्षण हुआ है। मैं इसके लिए हमारे रक्षा उद्योग को बधाई देता हूं।" हालांकि, उन्होंने मिसाइल की सामरिक और तकनीकी विशेषताओं सहित कोई विवरण नहीं दिया।
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