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हमास पर ट्रंप की हरकत से भड़का इजरायल, अमेरिका ने भी सुनाया- अपना एजेंट मत समझना

  • गाजावासियों पर चल रहे इजरायली जुल्म के बीच अमेरिका और हमास में गुप्त वार्ता हुई है। इस पर इजरायली सरकार भड़क गई। जवाब में अमेरिका ने भी सुना डाला। कहा- हमें अपना एजेंट मत समझना।

Gaurav Kala लाइव हिन्दुस्तानMon, 10 March 2025 06:13 PM
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हमास पर ट्रंप की हरकत से भड़का इजरायल, अमेरिका ने भी सुनाया- अपना एजेंट मत समझना

गाजा में इजरायल और हमास के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सीजफायर का पहला चरण खत्म हुए हफ्तेभर से ज्यादा हो चुका है और अभी दूसरे चरण के आसार भी नजर नहीं आ रहे। इस बीच रमजान के पाक महीने में इजरायल ने पहले गाजावासियों के लिए राहत-सामग्री वाले ट्रक रोके अब बिजली सप्लाई भी काट दी है। इजरायल के इस कदम की चहुंओर आलोचना हो रही है। इस बीच गाजा युद्धविराम को लेकर अमेरिका और हमास प्रतिनिधियों के बीच गुप्त वार्ता हुई। इस सीक्रेट मीटिंग पर इजरायल भड़क गया है। इजरायल का आरोप है कि मीटिंग में उसे भी सम्मिलित किया जाना चाहिए था। इजरायल की आलोचना से बौखलाए अमेरिका ने दो टूक शब्दों में इजरायल को कहा कि वह उसका एजेंट नहीं है।

अमेरिका के बंधक मामलों के विशेष दूत एडम बोहलर ने हमास से गुप्त वार्ता करने पर इज़रायल की नाराजगी को खारिज करते हुए कहा कि "हम इज़राइल के एजेंट नहीं हैं।" बोहलर ने खुलासा किया कि ये सीधे वार्तालाप अमेरिकी बंधकों की रिहाई के लिए किए गए थे, हालांकि उनका अंतिम लक्ष्य सभी बंधकों की रिहाई था। उन्होंने कहा, “हम दो हफ्तों तक बस इंतजार करने को तैयार नहीं थे।”

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हमास पर नरम हुआ अमेरिका?

इज़रायली अधिकारियों ने अमेरिका के इस कदम पर नाराजगी जताई, खासकर जब बोहलर ने कहा कि हमास ने पांच से दस साल की युद्धविराम योजना और खुद को निरस्त्र करने का प्रस्ताव दिया। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें दोबारा हमास अधिकारियों से मिलने का मौका मिलेगा, तो उन्होंने हल्के अंदाज में कहा, "आप कभी नहीं जानते। कभी-कभी आप इलाके में होते हैं और मिलने चले जाते हैं।" इस वार्ता ने अमेरिका की दशकों पुरानी नीति को तोड़ दिया, जिसमें वह आतंकवादी संगठनों से बातचीत न करने की नीति अपनाता रहा है। हालांकि, बोहलर ने स्पष्ट किया कि ट्रंप प्रशासन को इन वार्ताओं की पहले से जानकारी थी।

इज़रायल की कड़ी प्रतिक्रिया

इज़रायली अधिकारी रोन डेरमर ने इस वार्ता पर सख्त ऐतराज जताया। वहीं, बोहलर ने चैनल 13 से कहा, "अगर हर बार डेरमर नाराज होते तो रोज़ कोई बड़ा विवाद होता।" अब निगाहें कतर में होने वाली वार्ता पर टिकी हैं, जहां इज़रायल अपने बंधकों की रिहाई और युद्धविराम को लेकर अमेरिका के रुख पर चर्चा करेगा।

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