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सीजफायर नहीं मानवीय ठहराव के लिए इजरायल पर क्यों दबाव बना रहे US प्रेसिडेंट जो बाइडेन

Israel Hamas War: संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि गाजा पर इजरायल का दोबारा कब्जा नहीं होना चाहिए और गाजा शहर से भागे फिलिस्तीनियों को वापस लौटने की अनुमति दी जानी चाहिए।

सीजफायर नहीं मानवीय ठहराव के लिए इजरायल पर क्यों दबाव बना रहे US प्रेसिडेंट जो बाइडेन
Pramod Kumarलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीSun, 12 Nov 2023 09:22 AM
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इजरायल-हमास युद्ध का आज 37वां दिन है। गाजा पर इजरायली फौज लगातार हमले कर रही है। इस बीच, पिछले हफ्तों में दर्जनों देशों और कई वैश्विक नेताओं ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से और संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से भी इजरायल से गाजा पर हमले अस्थाई तौर पर रोकने को कहा है। इसके बावजूद, इजरायल ने उन दलीलों को नजरअंदाज कर दिया। एक आश्चर्यजनक घोषणा में, व्हाइट हाउस ने फिर दावा किया है कि इजरायल "मानवीय कारणों से" अपने सैन्य अभियानों में "सीमित विराम" की अनुमति देगा। 

वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि गाजा पर इजरायल का दोबारा कब्जा नहीं होना चाहिए और गाजा शहर से भागे फिलिस्तीनियों को वापस लौटने की अनुमति दी जानी चाहिए।

यह स्थिति तब है, जब अमेरिका ने इजरायल को हथियारों और गोला-बारूद की बड़े पैमाने पर आपूर्ति की है। इसके अलावा अमेरिका ने भूमध्य सागर और हिंद महासागर में दो विमान वाहक युद्धपोतों को तैनात कर मिडिल-ईस्ट में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रखी है। इसके अलावा अमेरिका की वायु और थल सेना पूरे क्षेत्र में मैत्रीपूर्ण ठिकानों को मजबूत कर रही है। 

इस बीच, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भी कहा है कि गाजा पट्टी पर इजरायल के हमलों का कोई कारण या वैधता नहीं है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए। मैक्रॉन ने इससे पूर्व फिलिस्तीनी-इजरायल युद्ध में मध्य पूर्व के देशों को शामिल होने से रोकने के लिए आर्थिक रूप से समर्थन देने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि गाजा के लिए मानवीय विराम और युद्धविराम के अलावा कोई अन्य समाधान नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इजरायल गाजा पट्टी में मानवीय संकट को देखते हुए युद्ध रोक क्यों नहीं रहा है।

दरअसल, इजरायल मध्य पूर्व में सबसे मजबूत, गारंटी वाला और पारंपरिक अमेरिकी रणनीतिक साझेदार है। इस बात की गुंजाइश कम ही है कि दोनों देशों के प्रशासन के बीच जो अगर कोई मतभेद हों,तब कोई स्थिति बदलेगी। हालांकि, अमेरिका को इस क्षेत्र में रणनीतिक तौर पर अरब साझेदारों की भी जरूरत है। इसलिए अमेरिका, अरब देशों की मांग को नजरअंदाज नहीं कर सकता है। अरब वर्ल्ड के देश पहले से ही गाजा में युद्ध रोकने की मांग करते रहे हैं।

ऐसे में अपनी मिडिल-ईस्ट पॉलिसी और रणनीतियों पर निर्णय लेने में वाशिंगटन को कई कारकों पर विचार करना होगा। इनमें अन्य बातों के अलावा, क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा, ईरान के साथ इसके संबंध, तेल और गैस आपूर्ति की सुरक्षा और लागत, अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन की स्वतंत्रता और सुरक्षा, और रूस और चीन के प्रभाव को शामिल करना भी शामिल है।  इन कारकों और वैश्विक दबाव की वजह से अमेरिका इजरायल पर गाजा में मानवीय युद्ध ठहराव का दबाव बना रहा है।

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