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यूक्रेन युद्ध के बीच लाखों रुपये के शनेल बैग क्यों फाड़ रहीं रशियन इनफ्लुएंसर? समझिए पूरा विवाद

दावा किया कि उन्हें पेरिस की इस कंपनी द्वारा डॉक्यूमेंट्स पर साइन करने के लिए कहा जा रहा है। डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक उनसे कंपनी के सामानों का रूस में इस्तेमाल नहीं करने के लिए कहा जा रहा है।

यूक्रेन युद्ध के बीच लाखों रुपये के शनेल बैग क्यों फाड़ रहीं रशियन इनफ्लुएंसर? समझिए पूरा विवाद
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीMon, 11 Apr 2022 02:53 PM

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कई रूसी सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर और मॉडल अपने शनेल (Chanel) बैग काट रही हैं और सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर रही हैं। वे ऐसा कंपनी के विरोध में कर रही हैं। दरअसल अंतरराष्ट्रीय लक्जरी ब्रांड शनेल ने उन नागरिकों को अपने माल की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है जो रूसी क्षेत्र में उनका इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं। 

कई इनफ्लुएंसर्स ने यह भी दावा किया कि उन्हें पेरिस की इस कंपनी द्वारा डॉक्यूमेंट्स पर साइन करने के लिए कहा जा रहा है। डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक उनसे कंपनी के सामानों का रूस में इस्तेमाल नहीं करने के लिए कहा जा रहा है। रूसी नागरिकों ने कंपनी के इस कदम को "रूसोफोबिया" बताया है। बता दें कि एक शनेल बैग की कीमत भारत में कई लाख रुपये तक होती है।  

रूसी टीवी प्रजेंटर मरीना एर्मोशकिना इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वे एक बागवानी कैंची से लग्जरी बैग को काटते हुए दिख रही हैं। उन्होंने वीडियो के साथ लिखा, "मेरे लिए मेरी मातृभूमि के प्यार के आगे कोई बैग, कोई चीज उस लायक नहीं है, इसके लिए मैं अपने सम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकती, मैं रूसोफोबिया के खिलाफ हूं, मैं एक ब्रांड के खिलाफ हूं जो रूसोफोबिया का समर्थन करता है।" 

एक अन्य रूसी इनफ्लुएंसर विक्टोरिया बोनी ने भी इसी तरह का कदम उठाया और इसी तरह का एक वीडियो पोस्ट किया। वीडियो के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, "कभी भी किसी ब्रांड ने अपने ग्राहकों के प्रति इतना अनादरपूर्ण व्यवहार नहीं दिखाया।"
 

6 अप्रैल को, शनेल ने घोषणा की थी कि वह विदेशों में रूसी ग्राहकों को कपड़े, इत्र और बैग सहित सामान नहीं बेचेगा। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के जवाब में कंपनी ने अपने सामानों को किसी अन्य देश से खरीदकर रूस ले जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया। इसने रूस में अपने बुटीक भी बंद कर दिए, यह कहते हुए कि यह युद्ध के मद्देनजर रूसी अर्थव्यवस्था को पंगु बनाने के लिए यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का पालन कर रहा है।

शनेल ने अपने बयान में कहा, "सबसे हालिया यूरोपीय संघ और स्विस प्रतिबंध कानूनों में रूस में किसी भी प्राकृतिक या कानूनी व्यक्ति, इकाई या निकाय को या रूस में इस्तेमाल के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लक्जरी सामानों की बिक्री, सप्लाई, ट्रांसफर या एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध शामिल है।"
 
 

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