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जो बाइडन के बेटे हंटर की 'लैपटॉप स्टोरी' से सनसनी, एलन मस्क ने खोल दी पोल; पूरा मामला समझिए

रिपब्लिकन का कहना है कि अगर उसकी सरकार आती है, तो हंटर के खिलाफ जांच कराई जाएगी। हालांकि मामला तब चर्चा में आया जब ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क ने पूरा कहानी का भंडाफोड़ करने की घोषणा की।

जो बाइडन के बेटे हंटर की 'लैपटॉप स्टोरी' से सनसनी, एलन मस्क ने खोल दी पोल; पूरा मामला समझिए
Amit Kumarलाइव हिन्दुस्तान,वाशिंगटनSat, 03 Dec 2022 04:11 PM
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे हंटर बाइडन को लेकर ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने सनसनीखेज खुलासा किया है। मस्क ने दावा किया है कि हंटर को लेकर एक स्टोरी को दबाने के लिए ट्विटर पर दबाव डाला गया था। ट्विटर ने भी 'बाइडन टीम' के दबाव में आकर हंटर से संबंधित स्टोरी को सेंसर कर दिया था।मस्क ने शुक्रवार को आंतरिक 'ट्विटर फाइल्स' जारी की हैं। इन फाइलों से पता चला है कि ट्विटर ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान 'बाइडन टीम' के एक अनुरोध का जवाब दिया था।

कहा जा रहा है कि बाइडन के बेटे को लेकर कुछ सनसनीखेज खुलासे हुए थे लेकिन ट्विटर ने 'बाइडन टीम' के अनुरोध पर उसे सेंसर कर दिया यानी हटा दिया था। इस संबंध में एलन मस्क ने स्वतंत्र पत्रकार और लेखक मैट टैबी के अकाउंट का लिंक ट्वीट किया है। पत्रकार ने हंटर बाइडन की लैपटॉप स्टोरी के सेंसरशिप के पीछे के फैसले के बारे में पूरी कहानी का खुलासा करते हुए कई ट्वीट किए हैं। मस्क ने टैबी के ट्वीट को लिंक करते हुए ट्विटर पर लिखा, "हियर, वी गो!!" साथ ही उन्होंने पॉपकॉर्न इमोजी भी बनाईं। 

क्या है 'हंटर बाइडन लैपटॉप स्टोरी' का पूरा मामला?

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे हंटर बाइडन एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। सुर्खियों की वजह एक बार फिर से उनके लैपटॉप का मुद्दा है। विपक्षी पार्टी रिपब्लिकन का कहना है कि अगर उसकी सरकार आती है, तो हंटर के खिलाफ जांच कराई जाएगी। हालांकि मामला तब चर्चा में आया जब ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क ने पूरा कहानी का भंडाफोड़ करने की घोषणा की। 

द न्यू यॉर्क पोस्ट ने हंटर बाइडन के बारे में 2020 में एक सनसनीखेज स्टोरी की थी। मस्क का दावा है कि उस विवादास्पद को ट्विटर ने सेंसर कर दिया था। यह स्टोरी हंटर बाइडन के लैपटॉप से रिकवर किए गए एक चौंकाने वाले ईमेल पर आधारित थी। यह स्टोरी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 से एक महीने पहले पब्लिश हुई थी।

क्या थी 'हंटर बाइडन लैपटॉप स्टोरी'?

द न्यू यॉर्क पोस्ट ने 2020 में अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया था कि हंटर बाइडन ने एक साल से भी कम समय पहले अपने पिता को एक यूक्रेनी ऊर्जा कंपनी में एक शीर्ष कार्यकारी से मिलवाया था। उस समय, बाइडन ने यूक्रेन पर कंपनी की जांच कर रहे सरकारी अधिकारियों को बर्खास्त करने का दबाव डाला था। इसके पीछे की वजह हंटर बाइडन की नौकरी बताई जा रही है। हंटर बाइडन 2015 में यूक्रेन की इसी कंपनी बुरिस्मा के निदेशक मंडल में 50 हजार डॉलर प्रति माह के वेतन पर शामिल हुए थे। हंटर को 17 अप्रैल 2015 के ईमेल में पॉजर्स्की ने कथित तौर पर लिखा था कि मुझे वॉशिंगटन डीसी बुलवाने और अपने पिता तत्कालीन उप राष्ट्रपति बाइडन से मिलाने का शुक्रिया। उनके साथ कुछ पल बिताना अच्छा लगा है। इसी कथित मेल पर द न्यू यॉर्क पोस्ट ने अपनी स्टोरी पब्लिश की थी। 

अब एलन मस्क क्या कर रहे हैं?

एलन मस्क कई दिनों से ट्विटर आंतरिक फाइलों को रिवील करना चाहते थे।. उन्होंने कहा था, “फ्री स्पीच पर ट्विटर की फाइलें जल्द ही ट्विटर पर ही प्रकाशित होंगी। जनता यह जानने की हकदार है कि वास्तव में क्या हुआ था…” 14 अक्टूबर, 2020 को न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर को ट्विटर पर सेंसर करने व लिंक हटाने के साथ चेतावनी दी गई थी कि यह सामग्री जारी करना असुरक्षित हो सकता है। डायरेक्ट मैसेज के जरिए भी इस खबर को भेजे जाने से रोक दिया गया था। अब एलन मस्क इसी के बारे में खुलासा करने जा रहे हैं कि आखिर जो बाइडन के बेटे की उस खबर को किसने रुकवाया था और कैसे रोका गया था। जबकि ट्विटर पर इस तरह की स्टोरी रोकने का कोई लिखित नियम नहीं है। 

पत्रकार मैटबी ने दावा किया कि इस सामग्री को सेंसर करने का फैसला ट्विटर के उच्चाधिकारियों ने किया था, हालांकि इसकी जानकारी ट्विटर के तत्कालीन सीईओ जैक डोर्सी को नहीं थी। इसमें कंपनी की पूर्व कानूनी मामलों की प्रमुख विजया गाड्डे ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब मस्क  ‘द न्यूयॉर्क पोस्ट्स’ की वर्ष 2020 की उस खास रिपोर्ट को खंगाल रहे हैं।

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