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पहले अंधेरे में डूबा अब पानी को तरसेगा पाकिस्तान, क्या कहती है UN की रिपोर्ट?

पर्यावरण और स्वास्थ्य संस्थान की तरफ से पब्लिश एक रिपोर्ट में पाकिस्तान और 22 अन्य देशों को गंभीर रूप से जल असुरक्षित श्रेणी में पहुंच गया है। पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए तो किल्लतें झेलनी पड़ेगी।

पहले अंधेरे में डूबा अब पानी को तरसेगा पाकिस्तान, क्या कहती है UN की रिपोर्ट?
Himanshu Tiwariलाइव हिंदुस्तान,नई दिल्लीSat, 25 Mar 2023 10:22 PM
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गले तक कर्ज में डूबे पाकिस्तान में रोटी कपड़ा और मकान का सपना लिए आम लोग तरस रहे हैं, आने वाले दिनों में वहां पानी की भी किल्लतों का समाना करना पड़ेगा। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के जल, पर्यावरण और स्वास्थ्य संस्थान की तरफ से पब्लिश एक रिपोर्ट में पाकिस्तान और 22 अन्य देशों में गंभीर रूप से जल असुरक्षित श्रेणी में पहुंच गया है। यदि पाकिस्तान में इस बाबत पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए तो पानी को लेकर भी लोगों को किल्लतें झेलनी पड़ेगी। रिपोर्ट की घोषणा करते हुए एक प्रेस विज्ञप्ति में यह कहा गया था कि संयुक्त राष्ट्र के जल विशेषज्ञों द्वारा किए गए विश्व के जल संसाधनों के सबसे हालिया आकलन से पता चला है कि प्रबंधित पेयजल और स्वच्छता तक पहुंच आधे से अधिक लोगों के लिए अभी भी एक सपना है। वैश्विक आबादी, 70 प्रतिशत से अधिक या 5.5 अरब लोगों के पास सुरक्षित पानी की पहुंच नहीं है, अफ्रीका के पास क्षेत्र की आबादी का केवल 15 प्रतिशत सबसे कम पहुंच है।

इन देसों में जल सुरक्षा की खस्ता हालत
रिपोर्ट में यह बताया गया है कि चार में से तीन लोग मौजूदा वक्त में जल-संकट वाले देशों में रहते हैं। पानी से संबंधित आपदाओं की तुलना में अधिक लोग सुरक्षित पेयजल और स्वच्छता सेवाओं की कमी से मरते हैं। पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार के अनुसार, विशेषज्ञों ने पाया कि दुनिया की अधिकांश आबादी मौजूदा वक्त में सोलोमन द्वीप, इरिट्रिया, सूडान, इथियोपिया, वानुअतु, अफगानिस्तान, जिबूती, हैती, पापुआ न्यू गिनी, सोमालिया, लाइबेरिया, सेंट किट्स और नेविस, लीबिया, मेडागास्कर, दक्षिण सूडान, माइक्रोनेशिया, नाइजर, सिएरा लियोन, यमन, चाड, कोमोरोस और श्रीलंका जैसे जल-असुरक्षित देशों में रहती है।

इन देशों में पानी का स्तर है बेहतर
डेनमार्क, लक्जमबर्ग, ऑस्ट्रिया, नॉर्वे, स्विट्जरलैंड, फिनलैंड और आइसलैंड, आयरलैंड, फ्रांस, लिथुआनिया, ग्रीस, जर्मनी, यूके, एस्टोनिया, इटली, लातविया, स्पेन, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, क्रोएशिया, चेकिया, हंगरी और पुर्तगाल जैसे अन्य यूरोपीय देशों के साथ रिपोर्ट ने स्वीडन को जल सुरक्षा के उच्चतम स्तर वाले देश के रूप में स्थान दिया।
 
पानी से संबंधित आपदाओं में मरने वालों की तुलना में विश्व स्तर पर सुरक्षित सेवाओं की कमी से अधिक लोग मारे गए। चिंताजनक रूप से इस स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि पाकिस्तान में राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक और सटीक जल गुणवत्ता मूल्यांकन एक बाधा बना हुआ है।

एक तरफ जहां पानी की कमी का खतरा मंडरा रहा है, वहीं आर्थिक स्थिति में पाकिस्तान की हाल खस्ता है। पाकिस्तानी सरकार अपने नागरिकों के लिए बुनियादी साधन मुहैयान नहीं करा पा रही है। आए दिनों बिजली का संकट झेल रहे पाकिस्तान के बड़े शहरों में बिजली गुल हो जा रही है। अब ऐसे में पानी की नई समस्या वहां के सियासतदानों के लिए बड़ी सिरदर्दी होगी।

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