कोरोना महामारी के कारण चीन अमेरिका के निशाने पर है। सोमवार को अमेरिका ने अपने यहां चीन के कई उत्पादों के आयात पर रोक लगा दी है। चीन पर एक और कार्रवाई करते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका ने चीन के झिंजियांग प्रांत से रुई, बाल उत्पाद, कंप्यूटर कंपोनेंट्स और कुछ वस्त्रों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिन्हें "मजबूर श्रम" का उपयोग कर तैयार किया जाता है।
होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) के उप सचिव केन कुइक्नेल्ली ने कहा कि “यह कार्रवाई करके, डीएचएस अवैध और अमानवीय मजबूर श्रम का मुकाबला कर रहा है। यह एक प्रकार की आधुनिक गुलामी है जिसका इस्तेमाल सामान बनाने के लिए किया जाता है। इस सामान को चीनी सरकार फिर संयुक्त राज्य में आयात करने की कोशिश करती है। जब चीन इन सामानों को हमारी आपूर्ति श्रृंखलाओं में आयात करने का प्रयास करता है, तो यह अमेरिकी श्रमिकों और व्यवसायों को भी नुकसान पहुंचाता है, ”।
क्यूकेनेली ने कहा कि "राष्ट्रपति ट्रम्प और ये विभाग पहले अमेरिकी श्रमिकों और व्यवसायों को रखेगा और अमेरिकी नागरिकों को इन अहंकारी मानवाधिकारों के उल्लंघन में भाग लेने से बचाएगा"। कार्यवाहक सीबीपी आयुक्त मार्क ए मॉर्गन ने कहा, "ट्रम्प प्रशासन मूर्खतापूर्ण तरीके से खड़ा नहीं होगा और कानून के शासन का सम्मान करते हुए विदेशी कंपनियों को जबरन श्रम के अधीन करने की अनुमति नहीं देगा।"
बता दें कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार, कोरोना वायरस, मानवाधिकार व अन्य मुद्दों पर लगातार तनाव व संघर्ष बना हुआ है। अमेरिका ने इससे पहले भी चीन पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। इनमें हाल ही में चीनी छात्रों के वीजा पर रोक का फैसला भी शामिल है। अमेरिका में लगातार चीनी जासूसों का पकड़ा जाना भी एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है।