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UAE में तेल टैंकरों पर हमलों के पीछे किसी देश की सरकारी मशीनरी का हाथ, जांच में खुलासा

अमीरात अपतटीय क्षेत्र में चार तेल टैंकरों पर हमलों के मामले में एक अंतरराष्ट्रीय जांच में पता चला है कि इनके पीछे किसी देश के सरकारी तत्व हो सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को जांच की जानकारी...

UAE में तेल टैंकरों पर हमलों के पीछे किसी देश की सरकारी मशीनरी का हाथ, जांच में खुलासा
एजेंसी,संयुक्त राष्ट्रSat, 08 Jun 2019 02:30 AM
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अमीरात अपतटीय क्षेत्र में चार तेल टैंकरों पर हमलों के मामले में एक अंतरराष्ट्रीय जांच में पता चला है कि इनके पीछे किसी देश के सरकारी तत्व हो सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को जांच की जानकारी दी गयी है। इन चार व्यावसायिक मालवाहक पोतों पर 12 मई को हमला किया गया था। इनमें से एक पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का झंडा लहरा रहा था, दो टैंकर सऊदी अरब के स्वामित्व वाले थे और चौथा टैंकर नॉर्वे का था।

इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन सऊदी अरब ने कहा कि उसके दोनों जहाजों को ''खासा नुकसान" हुआ है। अमेरिका ने ईरान पर अमीरात अपतटीय क्षेत्र में टैंकरों पर हमला करने का आरोप लगाया है। यह हमला ऐसे समय हुआ जब ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है।

हमले की संयुक्त जांच के बाद यूएई, सऊदी अरब और नॉर्वे ने एक बयान में कहा, ''जांच अभी जारी है। ये तथ्य इस ओर इशारा करते हैं कि चार हमले एक अत्याधुनिक एवं समन्वित अभियान का हिस्सा थे जिसे किसी महत्वपूर्ण परिचालन क्षमता वाले किसी तत्व ने अंजाम दिया, संभवत: यह कोई सरकारी तत्व है।"

अमेरिका और सऊदी अरब दोनों को हमलों के पीछे ईरान का हाथ होने का संदेह था, लेकिन जांच में उसे जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। यूएई की राजदूत लाना नुसीबेह ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने जांच के बारे में सुरक्षा परिषद की एक अनौपचारिक बैठक में ईरान को जिम्मेदार नहीं ठहराया।

ईरान ने हमले की निंदा करते हुए घटना में शामिल होने से इनकार किया है। संयुक्त राष्ट्र में सऊदी अरब के राजदूत अब्दल्ला अल-मुअलिमी के अनुसार उनके देश का मानना है कि इस हमले की जिम्मेदारी ईरान के कंधों पर है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने भी कहा कि हमलों के पीछे निश्चित रूप से ईरान है। अमेरिका अपनी अलग से जांच कर रहा है।

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