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90 मिनट के लिए हुई थी मौत, होश आने पर लोगों ने किया सवाल- क्या देखा?

ऑस्ट्रेलिया में एक शख्स ने हैरान करने वाला दावा किया है। शख्स ने कहा है कार्डियक अरेस्ट से 90 मिनट के लिए उसकी मौत हो गई थी, फिर भी हो जिंदा हो गया और अभी तक अपना जीवन यापन कर रहा है।

90 मिनट के लिए हुई थी मौत, होश आने पर लोगों ने किया सवाल- क्या देखा?
Ashutosh Rayलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीWed, 12 Oct 2022 11:02 PM

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साइंस बहुत आगे निकल गई है फिर मौत की सच्चाई जानने में दुनिया भर के वैज्ञानिक कहां खड़े हैं यह किसी से छिपा नहीं है। मौत क्यों होती है और उसके बाद क्या होता है यह अभी भी रहस्य ही बना हुआ है। इसी बीच मौत के बारे में एक शख्स ने हैरान करने वाला दावा किया है। ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया के रहने वाले शख्स ने दावा किया है कि 90 मिनट के लिए उसकी दिल की धड़कने रुक गईं थीं फिर भी वो जिंदा हो गया और आज भी जीवित है। 

news.com.au की रिपोर्ट के मुताबिक, एलिस्टेयर ब्लेक नाम के शख्स ने एक पॉडकास्ट के दौरान उस दिन का पूरा वाकया बताया है। ब्लेक ने कहा कि वो टेक्निकली 90 मिनट के लिए पूरी तरह से मर चुका था। शरीर की पूरी गतिविधियां थम गईं थी, लेकिन फिर अचानक वो जिंदा हो उठे। 45 साल के एलिस्टेयर बताते हैं कि बाकी दिनों की वह दिन भी सामान्य ही था। बाइक पर 45 किमी की यात्रा कर घर पहुंचना और फिर बिस्तर पर जाने से पहले 35 साल की पत्नी मेलिंडा के साथ समय बिताते थे। उस दिन भी कुछ ऐसा ही हुआ।

आगे की कहानी एलिस्टेयर खुद बताते हैं। वो कहते हैं कि सोने के बाद रात करीब साव तीन बजे पत्नी मेलिंगा की नींद खुली तो उसे मैं कराहते हुए दिखा। जिसके बाद उसने आनन-फानन में एंबुलेंस को फोन किया। फोन पर डॉक्टरों ने मेलिंगा से सीपीआर करने को कहा गया। करीब 20 मिनट तक मेलिंडा मुझे सीपीआर देती रही। तब तक डॉक्टर भी पहुंचे और वो भी मुझे सीपीआर देते रहे।

हार मान चुके थे डॉक्टर, तभी पल्स में दिखी थी हरकत

एलिस्टेयर आगे बताते हैं, कुछ देर बाद पुलिस मेलिंडा को एक दूसरे कमरे ले गई और उन्होंने पताया कि पति के जिंदा बचने के चांस बहुत कम हैं। करीब 90 मिनट की तमाम कोशिशों से हारने के बाद पैरामेडिक्स रुकने ही वाले थे कि एलिस्टेयर की पल्स में कुछ हरकत मिली। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें आगे का ट्रीटमेंट देना शुरू किया। करीब एक हफ्ते तक एलिस्टेयर का इलाज किया गया और वो ठीक हो गए।

लोग उनसे सवाल कर रहे थे

एलिस्टर कहते हैं कि हार्ट अटैक की घटना के पांच दिन बाद अस्पताल में जब उनको होश आया तो कुछ भी पता नहीं था। लोग उनसे पूछ रहे थे कि इस दौरान क्या महसूस हो रहा था, आपने कुछ देखा क्या? लेकिन मैंने कुछ भी नहीं देखा। एलिस्टेयर कहते हैं उन्हें केवल बिस्तर पर जाना याद है और फिर अस्पताल में होश आना। 

एलिस्टेयर इकलौते ऐसे शख्स नहीं

बता दें कि एलिस्टेयर इकलौते ऐसे इंसान नहीं है जिनके साथ ऐसा हुआ है और जिन्होंने मौत को काफी करीब से अनुभव किया है। इससे पहले भी बहुत से लोग इस तरह की घटनाओं से गुजर चुके हैं। अमेरिकी महिला जेसी सायर ने भी बताया है कि उन्होंने इस तरह की स्थिति में अपनी एक दोस्त को देखा था जिसकी करीब दो साल पहले मौत हो चुकी थी।

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