अपने साथी को नौकरी से निकलवाने के लिए महिला कर्मचारी ने रची यह साजिश, पकड़े जाने पर हुई 4 साल की सजा
इटली में एक महिला कर्मचारी अपनी सहकर्मी को इस उम्मीद में नौ महीने तक नींद की दवा मिली कॉफी पिलाती रही कि उत्पादकता में कमी की शिकायत के चलते नियोक्ता उसे नौकरी से निकाल देंगे। हालांकि, महिला का दांव...
इटली में एक महिला कर्मचारी अपनी सहकर्मी को इस उम्मीद में नौ महीने तक नींद की दवा मिली कॉफी पिलाती रही कि उत्पादकता में कमी की शिकायत के चलते नियोक्ता उसे नौकरी से निकाल देंगे। हालांकि, महिला का दांव उसी पर भारी पड़ गया। मिलान की एक अदालत ने उसे चार साल जेल की सजा सुनाई है।
53 वर्षीय मैरिएंगेला केराटो पिछले कुछ वर्षों से पेडमॉन्ट की एक बीमा कंपनी में कार्यरत थी। उसने सुना था कि आर्थिक तंगी के चलते कंपनी छंटनी की तैयारी कर रही है। ऐसे में वह समान पद पर कार्यरत महिला सहकर्मी को ‘बेंजोडाइजापाइन’ पाउडर मिली कॉफी पिलाने लगी। केराटो को यकीन था कि कॉफी पीने के बाद सहकर्मी हमेशा सुस्त पड़ी रहेगी। उसकी उत्पादकता में भी कमी आएगी। बॉस इससे नाराज होकर उसे नौकरी से निकाल देंगे।
शुरुआत में तो महिला सहकर्मी को समझ ही नहीं आया कि उसके साथ हो क्या रहा है। हालांकि, एक दिन घर लौटते समय जब नींद का झोंका आने से उसकी कार पेड़ से जा टकराई, तब उसे एहसास हुआ कि कुछ तो गड़बड़ है। महिला ने डॉक्टर से संपर्क किया। लंबी जांच-पड़ताल के बाद नींद की दवा उसकी सुस्ती के लिए जिम्मेदार मिली। महिला के मन में केराटो को लेकर शंका पनपने लगी। इसलिए वह ऑफिस पहुंची और केराटो से कॉफी पिलाने को कहा।
यह कॉफी उसने जांच के लिए लैब भेज दी। रिपोर्ट में उसमें भारी मात्रा में ‘बेंजोडाइजापाइन’ की मौजूदगी की पुष्टि हुई। इसके बाद महिला ने न सिर्फ प्रबंधन से केराटो की शिकायत की, बल्कि उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया। अदालत ने केराटो को सहकर्मी को जानभूझकर नुकसान पहुंचाने के आरोप में चार साल जेल की सजा सुनाई।