ट्रेंडिंग न्यूज़

अगला लेख

अगली खबर पढ़ने के लिए यहाँ टैप करें

Hindi News विदेशजिस शख्स की हत्या के बाद शुरू हुआ प्रथम विश्वयुद्ध, उसकी कार में ही छिपी थी बड़ी भविष्यवाणी

जिस शख्स की हत्या के बाद शुरू हुआ प्रथम विश्वयुद्ध, उसकी कार में ही छिपी थी बड़ी भविष्यवाणी

आर्कड्यूक फ्रांज को बोस्निया में मार दिया गया था। इसके बाद प्रथम विश्वयुद्ध की शुरुआत हो गई थी। वहीं उनकी गाड़ी के नंबर में ही युद्ध खत्म होने की तारीख छिपी थी।

जिस शख्स की हत्या के बाद शुरू हुआ प्रथम विश्वयुद्ध, उसकी कार में ही छिपी थी बड़ी भविष्यवाणी
Ankit Ojhaलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीMon, 29 Jul 2024 12:52 PM
ऐप पर पढ़ें

प्रथम विश्वयुद्ध में चार साल में ही दुनिया का नक्शा बदल दिया था। इस युद्ध में पांच करोड़ से ज्यादा लोग मारे गए थे। यह विश्वयुद्ध 28 जुलाई 1914 से 11 नवंबर 1918 तक लड़ा गया था। इस युद्ध में लगभग 8 लाख भारतीय सैनिकों ने भी हिस्सा लिया था। भारत के लोगों ने ब्रिटेन की तरफ से युद्ध लड़ा था। यह युद्ध मित्र राष्ट्रों और केंद्रीय शक्तियों के बीच लड़ा गया था। मित्र राष्ट्रों में ब्रिटेन, फ्रांस और रूस के अलावा कई यूरोपीय देश थे। बाद में इसमें अमेरिका भी शामिल हो गया था। वहीं धुरी शक्तियों में ऑस्ट्रिया हंगरी, जर्मनी, बुल्गारिया और ऑटोमन साम्राज्य थे। 

क्यों हुआ विश्व युद्ध?
विश्व युद्ध का कोई एक कारण नहीं था। अलग-अलग देशों में चल रहे अलग-अलग घटनाक्रमों को इसके लिए उत्तरदायी माना जाता है। जर्मनी की विस्तारवादी रणनीति और साम्राज्यवाद को इसकी प्रमुख वजह माना जाता है। जर्मनी खुद को वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करना चाहता था और इसके बाद दूसरे देश जर्मनी को खतरा समझने लगे थे। जर्मनी की बढ़ती ताकत को देखते हुए ही यूरोप के अन्य देशों ने आपस में रक्षा समझौता किया। 

आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंट की हत्या
जर्मनी अपनी ताकत तेजी से बढ़ा रहा था। जर्मनी और ब्रिटेन दोनों ने ही अपने युद्धपोतों की संख्या बढ़ा दी और सैन्यीकरण को तेज कर दिया। वहीं हर्जेगोविना और बोस्निया में स्लाव लोग ऑस्ट्रिया हंगरी के बजाय सर्बिया में शामिल होना चाहते थे। इसके चलते वहां युद्ध शुरू हो गया। जून 1914 में बोस्निया में साराजेवो की यात्रा के दौरान आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड की हत्या कर दी गई। वह ऑस्ट्रिया-हंगरी के राजशाही उत्तराधिकारी थे। उस दौरान उनकी पत्नी होहेनबर्ग की डचेस सोफी भी उनके साथ थीं। वह अपने चाचा फ्रांस जोसेफ की जगह ऑस्ट्रेलिया हंगरी के शासक बनते। बताया गया कि एक सर्बियन ने उनको गोली मारी थी। 

अपने नेता की हत्या के बाद ऑस्ट्रिया हंगरी ने युद्ध की घोषणा कर दी। उस दौरान रूस के संबंध सर्बिया के साथ अच्छे थे। ऑस्ट्रिया हंगरी का साथी जर्मनी था इसलिए उसने रूस के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। इसके बाद ब्रिटेन और फ्रांस ने जर्मनी पर हमले का ऐलान कर दिया। यह विश्वयुद्ध चार साल तक चला। इसका परिणाम यह हुआ कि पुराने साम्राज्यों की जगह पर राष्ट्रों का ज्न्म हुआ। ऑस्ट्रिया और हंगरी अलग-अलग हो गए। ऑस्ट्रिया के सम्राट को सिंहासन छोड़ना पड़ गया। पोलैंड को जर्मनी और रूस से जमीन मिली और ऑटोमन साम्राज्य की जगह तुर्की अस्तित्व में आया। 

क्या है आर्कड्यूक फ्रांज की गाड़ी के नंबर का रहस्य
कहा जाता है कि इस विश्वयुद्ध में एक बहुत बड़ा संयोग था। आर्कड्यूक की हत्या के साथ एक तरफ युद्ध की शुरुआत हो गई तो उनके वाहन पर ही युद्ध खत्म होने की भविष्यवाणी भी लिखी थी। दरअसल उनकी नंबर प्लेट थी 'AIII 118'. A का मतलब आर्मिस्टिस से लगाया जाता है। इसका अर्थ होता है युद्ध रोकने का समझौता। इसके बाद II 11 18 के तौर पर इस नंबर को डीकोड किया गया। बडी बात थी कि प्रथम विश्वयुद्ध रोकने के लिए मित्र राष्ट्रों और धुरी शक्तियों के बीच 11 नवंबर 1918 को हस्ताक्षर किए गए। 2004 में एक इतिहासकार ब्रायन प्रेसलैंड ने इस लिंक का पता लगाया था। इसलिए कहा जाता है कि युद्ध शुरू होने के साथ ही युद्ध रुकने की भी भविष्यवाणी हो गई थी।