अश्वेत बच्चों की काल्पनिक नीलामी कराने पर शिक्षक बर्खास्त
अमेरिका में एक शिक्षक ने पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों को दास प्रथा समझाने के लिए अश्वेत बच्चों के साथ घृणित व्यवहार किया। स्कूल ने उस शिक्षक को नौकरी से निकाल दिया है। 18वीं व 19वीं शताब्दी...
अमेरिका में एक शिक्षक ने पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों को दास प्रथा समझाने के लिए अश्वेत बच्चों के साथ घृणित व्यवहार किया। स्कूल ने उस शिक्षक को नौकरी से निकाल दिया है। 18वीं व 19वीं शताब्दी में सफेद बागान के मालिकों को अफ्रीकी बेचे जाते थे और इसी घटना को चित्रित करने के लिए शिक्षक ने यह तरीका अपनाया। मीडिया रिपोर्ट के हिसाब से यह घटना वेस्टचेस्टर काउंटी स्थित निजी स्कूल ‘द चैपल स्कूल’ की है।
अश्वेत बच्चों को दास बनाकर शिक्षक सिखा रहा था दास प्रथा
विद्यार्थियों को सामाजिक अध्ययन विषय पढ़ाने के दौरान आरोपी शिक्षक ने अफ्रीकी- अमेरिकी विद्यार्थियों को अलग खड़ा किया। फिर उन्हें स्कूल के मैदान में जाकर खड़े होने को कहा। रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षक ने उन सभी विद्यार्थियों की गर्दन, कलाई और एड़ियों को काल्पनिक जंजीरों से बांधकर उन्हें वापस कक्षा में जाकर दीवार के सहारे खड़े रहने का निर्देश दिया। फिर कक्षा में मौजूद श्वेत विद्यार्थियों के सामने नकली नीलामी कराई गई।
बच्चों पर पड़ा गहरा असर
न्यूयॉर्क एटर्नी जनरल के कार्यालय की एक जांच में पाया गया कि इसका कक्षा में उपस्थित सभी विद्यार्थियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। विशेषकर अफ्रीकी-अमेरिकी बच्चे इससे प्रभावित हुए।
हर एक बच्चा बिना किसी उत्पीड़न, पूवार्ग्रह और भेदभाव के स्कूल जाकर पढ़ने का हकदार है। नस्ल के आधार पर बच्चों को अलग कर पाठ का अभ्यास कराने को न्यूयॉर्क ही नहीं दुनिया की किसी कक्षा में स्वीकार नहीं किया जाएगा। - लेटिटिआ जेम्स, एटर्नी जनरल