फॉल्कन हेवीः दुनिया के सबसे शक्तिशाली रॉकेट ने भरी उड़ान, SpaceX ने किया लॉन्च
अमेरीका में फॉल्कन हेवी रॉकेट को सफलतापूर्व लॉन्च कर दिया गया। यह रॉकेट दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट माना जाता है। अमरीका के फ्लोरिडा राज्य में स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से नासा के ऐतिहासिक लॉन्च...
अमेरीका में फॉल्कन हेवी रॉकेट को सफलतापूर्व लॉन्च कर दिया गया। यह रॉकेट दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट माना जाता है। अमरीका के फ्लोरिडा राज्य में स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से नासा के ऐतिहासिक लॉन्च पैड से बुधवार को दुनिया के इस सबसे शक्तिशाली रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। फॉल्कन हेवी रॉकेट को अमरीकी व्यवसायी इलोन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स ने लॉन्च किया।
इस शक्तिशाली रॉकेट के लॉन्च होने के बाद लोगों में खूब उत्साह देखा गया। मौजूदा वक्त में बाकी रॉकेट अपने साथ जितना भार ले जा सकते हैं, फॉल्कन हेवी उससे दोगुना भार को ले जाने की क्षमता रखता है। स्पेस एक्स के सीईओ की मानें तो इस रॉकेट की पहली उड़ान की सफलता 50 प्रतिशत थी लेकिन यह सफलतापूर्वक लॉन्च होने में सफल हो गया।
फॉल्कन हेवी की खूबियां
फॉल्कन हेवी की खास बात यह है कि इस रॉकेट के साथ एलन मस्क की स्पोर्टस कार को भी भेजा गया है।
फॉल्कन हेवी रॉकेट का वजन लगभग 63.8 टन है, जो दो स्पेस शटल के वजन के बराबर होता है।
इस रॉकेट में 27 मर्लिन इंजन लगे हैं और इसकी लम्बाई 230 फुट है।
रॉकेट के लांच होने के बाद स्पेसएक्स के कमेंटेटर लॉरेन लियॉन्स ने कहा, ‘वाह, क्या तुम लोगों ने देखा? यह बहुत बढ़िया था।
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स्पेस एक्स
इससे पहले इस रॉकेट लांच के संबंध में स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने कहा था कि पूरी दुनिया से लोग सबसे बड़े रॉकेट और आतिशबाजी के प्रदर्शन को देखने के यहां लिए पहुंच रहे हैं करीब पचास साल पहले जिस पैड से मानव का चांद पर जाने का सफर शुरू हुआ, उसमें स्पेसएक्स ने अपने फाल्कन 9 और फाल्कन हेवी रॉकेटों के अनुकूल बदलाव लाया है। मस्क ने इससे पहले ट्वीट करके कहा था कि "केप केनेडी स्थित अपोलो लांचपैड 39 ए से छह फरवरी को फाल्कन हैवी की पहली उड़ान का लक्ष्य है।"
मंगल और चांद पर ले जाने में करेगा मदद
दुनिया के इस सबसे शक्तिशाली रॉकेट को टेस्ला के बिलेनियर एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने निर्मित किया है। इससे पहले इस कंपनी ने इससे पहले सफलतापूर्वक रॉकेट बूस्टर्स का इस्तेमाल किया था। भविष्य में इस रॉकेट के जरिए लोगों को मंगल और चांद पर भेजा जा सकेगा।