'भारत नहीं डाल सकता बुरी नजर, पैरों तले कुचल देंगे', न्यूक्लियर को लेकर शहबाज शरीफ ने दिखाई हेकड़ी
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध कश्मीर मुद्दे और पाक की ओर से होने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं। पिछले महीने शहबाज शरीफ ने कहा था कि पाकिस्तान ने एक सबक सीख लिया है।
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पाकिस्तानी जनता को एक तरफ खाने तक के लाले पड़े हैं तो दूसरी ओर पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ परमाणु बम की हेकड़ी दिखा रहे हैं। शहबाज ने कहा कि भारत उनकी न्यूक्लियर-आर्म्ड कंट्री पर बुरी नजर नहीं डाल सकता, क्योंकि हमारे पास उसे अपने पैरों तले कुचलने की ताकत है। पीएम शहबाज ने ये बातें रविवार को PoK में कहीं, जिसे कई यूट्यूब चैनल्स पर दिखाया गया। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति वाला देश है और भारत हमें बुरी नजर से नहीं देख सकता। अगर ऐसा हुआ तो हम उसे पैरों के नीचे कुचल देने में सक्षम हैं।'
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान भारत के सामने अपनी न्यूक्लियर पावर की अकड़ दिखा रहा है। इससे पहले भी कई बार इस्लामाबाद ने सीमा पार के मुद्दों को कुछ इसी तरह से बढ़ावा दिया है। पाक यह कहता रहा है कि उसकी परमाणु शक्ति अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करती है। रविवार की रैली में शरीफ को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'ये जो बड़ी-बड़ी रियासतें हैं जिन्होंने जम्हूरियत के लिबासे ओढ़ रखे हैं... तो जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली बात है।'
कश्मीर का राग अलापना भी नहीं भूले शहबाज
शहबाज शरीफ ने रविवार को यह दोहराया कि कश्मीरियों को कूटनीतिक, राजनीतिक और नैतिक समर्थन जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक कश्मीरी संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के तहत आत्म निर्णय के अधिकार को प्राप्त नहीं कर लेते तब तक उनका समर्थन जारी रहेगा। शरीफ ने कहा, 'पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत हमेशा जम्मू-कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया है। नस्लीय आधार पर पूर्वी तिमोर, दारफुर और दुनिया के अन्य इलाकों को आजादी दी गई, लेकिन वही आधार जम्मू-कश्मीर और फलस्तीन पर लागू नहीं किया गया।'
पिछले महीने शहबाज बोले- पाक ने सबक सीख लिया
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध कश्मीर मुद्दे और पाक से उत्पन्न होने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं। पिछले महीने शहबाज शरीफ ने कहा था कि पाकिस्तान ने एक सबक सीख लिया है और वह भारत के साथ शांति से रहना चाहता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों पड़ोसियों को बम और गोला-बारूद पर अपने संसाधनों को बर्बाद नहीं करना चाहिए। शरीफ ने कहा, 'भारत के साथ हमारे तीन युद्ध हुए हैं। इसने हमारे लोगों के लिए और अधिक दुख, गरीबी व बेरोजगारी ही पैदा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेरा संदेश है कि आइए हम मेज पर बैठें और कश्मीर जैसे ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर और ईमानदार बातचीत करें।'