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'पहले नियम पढ़ लें, फिर बोलें...' रूस से तेल खरीदने पर EU की धमकी पर जयशंकर का करारा जवाब

जयशंकर ने बोरेल को खासतौर पर नियम 833/2014 की याद दिलाई। इसके तहत यह साफ है कि रूस से आने वाला कच्‍चा तेल अगर किसी तीसरे देश में प्रॉसेस से गुजरता है तो उसे रूसी तेल नहीं माना जाएगा।

'पहले नियम पढ़ लें, फिर बोलें...' रूस से तेल खरीदने पर EU की धमकी पर जयशंकर का करारा जवाब
Niteesh Kumarलाइव हिन्दुस्तान,ब्रेसल्सWed, 17 May 2023 03:20 PM
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यूरोपीय यूनियन (EU) रूस से तेल के व्‍यापार पर अंकुश लगाने की कोशिशों में जुटा है। इसमें सफलता न मिलने पर अब उसने भारत पर निशाना साधा है। जोसेप बोरेल ईयू की विदेश नीति के प्रमुख हैं। उन्‍होंने कहा कि जो भारतीय रिफाइनरीज रूस से आने वाले कच्‍चे तेल को प्रोसेस करके यूरोप को बेच रही हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। इस पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बयान देकर उनकी बोलती बंद कर दी है। जयशंकर ने बोरेल को ईयू काउंसिल के नियम खासतौर पर 833/2014 की याद दिलाई। इसके तहत यह साफ है कि रूस से आने वाला कच्‍चा तेल अगर किसी तीसरे देश में प्रॉसेस से गुजरता है तो उसे रूसी तेल नहीं माना जाएगा। 

बोरेल ने एक इंटरव्‍यू में कहा था कि ईयू को पता है कि भारतीय रिफाइनरीज भारी मात्रा में रूस ये कच्‍चा तेल खरीद रही हैं। इसके बाद इसे प्रोसेस करके यूरोपीय देशों को बेच रही हैं। उन्होंने कहा कि इस पर ईयू को कड़ा कदम उठाने की जरूरत है। इसके बाद बोरेल ने कहा था, 'अगर डीजल या पेट्रोल यूरोप में दाखिल हो रहा है और यह भारत से आ रहा है तो यह यह निश्चित तौर पर प्रतिबंधों का उल्लंघन है। सदस्य देशों को इस समस्या से निबटना होगा।'

जयशंकर बोले- जहां तक मुझे नियमों की जानकारी है...
एस जयशंकर ने बोरेल से मुलाकात से पहले इस आरोपों पर जवाब दिया। उन्होंने इन सभी दावों को खारिज कर दिया। प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान जयशंकर ने कहा, 'मुझे आपके सवाल का कोई आधार ही नजर नहीं आता। जहां तक मुझे परिषद के नियमों की जानकारी है उसके मुताबिक अगर रूस का कच्‍चा तेल किसी तीसरे देश में प्रोसेस करके भेजा जा रहा है तो फिर यह रूसी तेल नहीं कहा जाएगा।' मालूम हो कि यूक्रेन-रूस जंग के बीच भारत ने अपनी व्यापारिक और कूटनीतिक चतुराई का परिचय देते हुए नई उपलब्धि हासिल की है। अब भारत यूरोपीय देशों को सऊदी अरब से भी ज्यादा तेल बेच रहा है और उससे अधिक मुनाफा कमा रहा है। 

भारत की ओर से रूसी तेल के आयात में बढ़ोतरी
‘द सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर’ के मुताबिक, यूक्रेन-रूस युद्ध से पहले यूरोप भारत से प्रतिदिन 1.54 लाख बैरल रिफाइन ऑयल खरीदता था लेकिन अब ये आंकड़ा बढ़कर रोजाना 2 लाख बैरल हो गया और मई 2023 में उसमें और छलांग लगाते हुए ये आंकड़ा अब 3.60 लाख बैरल प्रतिदिन हो गया है। यानी भारत अब यूरोप को करीब 5.5 करोड़ लीटर रिफाइन तेल का निर्यात कर रहा है। दरअसल, जब फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर हमला बोला तो अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए। 

जयशंकर ने यह भी कहा कि उतार-चढ़ाव और अनिश्चितता के दौर में वैश्विक अर्थव्यवस्था को जोखिम-मुक्त करना महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके साथ ही जिम्मेदार वृद्धि भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। भारत-यूरोपीय संघ व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद (टीटीसी) की मंगलवार को ब्रसेल्स में संपन्न पहली मंत्री-स्तरीय बैठक के बाद उन्होंने यह बयान दिया। उन्होंने कहा, 'जुझारूपन और भरोसेमंद आपूर्ति श्रृंखला को लेकर हमने चर्चा की। वास्तव में आज हमें इस बात पर ध्यान देना है कि ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में वैश्विक प्रतिभा पूल से सर्वश्रेष्ठ कैसे निकाला जाए। हमारा प्रयास भरोसेमंद सहयोग पर होना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि हमारी अर्थव्यवस्थाएं खुली रहें और हम विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ सकें।'

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