ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News विदेशपूर्वी चीन सागर में बेहद करीब आए अमेरिका, रूस के नौसैनिक जहाज; दोनों देशों में बढ़ा तनाव

पूर्वी चीन सागर में बेहद करीब आए अमेरिका, रूस के नौसैनिक जहाज; दोनों देशों में बढ़ा तनाव

पूर्वी चीन सागर में रूस और अमेरिका के नौसैनिक पोतों के एक-दूसरे के बेहद करीब (50 मीटर के दायरे में) आने के बाद दोनों देशों की सेनाओं ने शुक्रवार को एक दूसरे पर खतरनाक तरीके से परिचालन का आरोप लगाया।...

पूर्वी चीन सागर में बेहद करीब आए अमेरिका, रूस के नौसैनिक जहाज; दोनों देशों में बढ़ा तनाव
एजेंसी,तोक्योSat, 08 Jun 2019 02:41 AM
ऐप पर पढ़ें

पूर्वी चीन सागर में रूस और अमेरिका के नौसैनिक पोतों के एक-दूसरे के बेहद करीब (50 मीटर के दायरे में) आने के बाद दोनों देशों की सेनाओं ने शुक्रवार को एक दूसरे पर खतरनाक तरीके से परिचालन का आरोप लगाया। अमेरिका की सेवन्थ फ्लीट ने कहा कि रूस के विध्वंसक जहाज ने यूएसएस चांसलर्सविले और उसके चालक दल के सदस्यों को खतरे में डाल दिया जिसकी वजह से उसे टक्कर से बचने के लिए सभी इंजनों को पूरी तरह बंद करना पड़ा।

अमेरिकी नौसेना ने कहा कि समुद्र के ऊपर उड़ान भर रहा हेलीकॉप्टर चांसलर्सविले पर उतरने की तैयारी कर रहा था। तभी अमेरिकी जहाज के पीछे रूस के पोत ने गति बढ़ा दी और उसके 50 से 100 फुट के करीब पहुंच गया। जापान में तैनात सेवन्थ फ्लीट के प्रवक्ता क्ले डोस ने कहा कि कोई घायल नहीं हुआ और उन्हें जहाज को हुए किसी नुकसान की जानकारी नहीं है।

नौसेना ने एक बयान में कहा, ''हम इस दौरान रूस की कार्रवाई को असुरक्षित और गैरपेशेवर मानते हैं और यह समुद्र में टकराव रोकने के अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुरूप नहीं है।" उधर रूस की नौसेना पेसिफिक फ्लीट ने शुक्रवार सुबह कहा कि अमेरिकी जहाज चांसलर्सविले निर्देशित मिसाइल क्रूजर अचानक से उसकी एडमिरल विनोग्रेदोव पनडुब्बी से महज 50 मीटर दूर से गुजरा।

रूसी नौसेना ने कहा कि रूस की पनडुब्बी को टक्कर से बचने के लिए आपात स्थिति में दिशा मोड़नी पड़ी। रूस की नौसेना ने विरोध स्वरूप रेडियो संदेश भेजा। रूस और अमेरिका नियमित रूप से एक दूसरे पर खतरनाक नौसैनिक या हवाई परिचालन का आरोप लगाते हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें