ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News विदेशRussia-Ukraine War: पुतिन को युद्ध अपराधी बनाने के लिए घेराबंदी तेज, यूक्रेन पहुंच रहे कई देशों के नेता

Russia-Ukraine War: पुतिन को युद्ध अपराधी बनाने के लिए घेराबंदी तेज, यूक्रेन पहुंच रहे कई देशों के नेता

आईसीसी के मुख्य अभियोजक ने कहा है कि बुचा में जो हालात है वे इसकी गवाही देते हैं कि पुतिन के निर्देश पर रूसी सेना ने बेगुनाहों, बच्चों और महिलाओं को मौत के घाट उतारा है।

Russia-Ukraine War: पुतिन को युद्ध अपराधी बनाने के लिए घेराबंदी तेज, यूक्रेन पहुंच रहे कई देशों के नेता
हिन्दुस्तान,नई दिल्ली।Fri, 15 Apr 2022 05:53 AM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को युद्ध अपराधी बनाने की कवायद तेज हो गई है। इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) के मुख्य अभियोजक करीम खान बुधवार को यूक्रेन के बुचा पहुंचे तो वहां के भयावह मंजर को देख यूक्रेन को रूस का क्राइम सीन करार दे दिया। वहीं अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों ने भी पुतिन को युद्ध अपराधी बनाने के लिए घेराबंदी तेज कर दी है।

आईसीसी के मुख्य अभियोजक ने कहा है कि बुचा में जो हालात है वे इसकी गवाही देते हैं कि पुतिन के निर्देश पर रूसी सेना ने बेगुनाहों, बच्चों और महिलाओं को मौत के घाट उतारा है। खान ने कहा है कि अदालत की फॉरेंसिक टीम झूठ और सच सामने लाएगी। इसके लिए टीम अपना काम कर रही है।

वहीं ऑर्गनाइजेशन फॉर सिक्योरिटी एंड कॉपरेशन इन यूरोप (ओएससीई) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मारियुपोल में रूसी सेना की ज्यादती के पूरे साक्ष्य हैं। महिलाओं के अस्पताल पर हमला साबित करता है कि रुसी सेना की बर्बर कार्रवाई युद्ध अपराध है।

रूस को दोषी ठहराने में मदद करेगा अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन लगातार कह रहे हैं कि पुतिन युद्ध अपराध के आरोपी हैं। अमेरिका ने कहा है कि बुचा नरसंहार मामले में रूस को दोषी ठहराने के लिए जांच एजेंसियों का पूरा सहयोग करेगा। अमेरिका का कहना है कि बुचा नरसंहार रूस की कायरता को दिखाता है। उसने महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों यहां तक की मरीजों को भी नहीं बख्शा है। युद्ध अपराध की जांच करने वाली सभी एजेंसियों और संगठनों की अमेरिका पूरी मदद करेगा।

चार देशों के राष्ट्राध्यक्ष कीव पहुंचे
बाल्टिक देशों के चार राष्ट्राध्यक्ष यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे तो वहां के हालात देख आवाक रह गए। सभी ने हालात और रूसी कार्रवाई की निंदा करते हुए यूक्रेन की मदद करने की बात कही है। वहीं युद्ध के मैदान में रूस को बर्बर कार्रवाई के लिए उसे जिम्मेदार ठहराने की भी बात ठानी है। जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक वाल्टर स्टेनर कीव नहीं पहुंचे। इसपर चांसलर ओल्फ स्कोल्ज ने कहा है कि कीव नहीं चाहता था कि स्टेनर वहां आएं।

बर्बर कार्रवाई पर किसका क्या मत?

ये युद्ध नहीं आतंकवाद:  यूक्रेन में जो हुआ वो युद्ध नहीं आतंकवाद है। ऐसा करने वाले सैनिकों के साथ जिसने ये आदेश दिया है। सभी को न्याय की प्रक्रिया से गुजरना होगा।- आंद्रेज डूडा, राष्ट्रपति पोलैंड

यूक्रेन हर हाल में जीतेगा:  यूक्रेन का भविष्य युद्ध के मैदान में ही तय होगा। हमें पूरी उम्मीद है कि यूक्रेन जीतेगा। हम यूक्रेन के साथ हर घड़ी खड़े हैं।- गितान्स नौसेदा, राष्ट्रपति, लिथुआनिया

हथियार देना हमारी जिम्मेदारी: रूस से युद्ध् लड़ रहे यूक्रेन को हथियार मुहैया कराना हमारी जिम्मेदारी है। रूस से लड़ाई में यूक्रेन को हथियारों को लेकर संकट नहीं होगा।- एग्लिस लेवित्स, राष्ट्रपति, लातविया

युद्ध के बीच बातचीत संभव:  रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध शुरू करने का फैसला किया था। युद्ध के मैदान में शांति के लिए बातचीत संभव है।- अलार कैरिस, राष्ट्रपति, एस्तोनिया

चारों देश यूक्रेन के लिए खड़े: युद्ध का मैदान बन चुके राजधानी कीव पहुंचे चार देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने बता दिया है कि वे यूक्रेन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं।- वोलोदिमीर जेलेंस्की, राष्ट्रपति यूक्रेन

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें