गर्भपात पर जनमत: आयरलैंड में कानून में बदलाव के लिए ऐतिहासिक मतदान
आयरलैंड के मतदाता आज इस मुद्दे पर ऐतिहासिक जनमत संग्रह के लिए मतदान कर रहे हैं कि इस पारंपरिक कैथोलिक देश को यूरोप के कुछ कड़े गर्भपात संबंधी कानूनों को लचीला बनाना चाहिए या नहीं। भारतीय...
आयरलैंड के मतदाता आज इस मुद्दे पर ऐतिहासिक जनमत संग्रह के लिए मतदान कर रहे हैं कि इस पारंपरिक कैथोलिक देश को यूरोप के कुछ कड़े गर्भपात संबंधी कानूनों को लचीला बनाना चाहिए या नहीं।
भारतीय मूल की गर्भवती महिला सविता हलप्पनावर (भारतीय मूल की महिला) को गर्भपात की अनुमति नहीं मिलने पर उसकी मौत के बाद मां की जिंदगी पर जोखिम होने पर गर्भपात की अनुमति के लिए 2013 में इस कानून में बदलाव किया गया था।
आयरलैंड में हालिया महीनों में सार्वजनिक बहस बढ़ने के बीच गर्भपात संबंधी कानूनों को लचीला बनाने के अभियान में तेजी आई है। अब करीब 35 लाख मतदाता इस विषय पर फैसला करेंगे कि गर्भपात पर संवैधानिक पाबंदी जारी रहनी चाहिए या इसे हटाया जाना चाहिए।
चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में संकेत मिले हैं कि नतीजे बहुत करीबी रह सकते हैं और इसका निष्कर्ष उन मतदाताओं के हाथों में है जिन्होंने अभी मुद्दे को लेकर अपना मन नहीं बनाया है।
आयरलैंड पारंपरिक रूप से यूरोप के सबसे धार्मिक देशों में से एक है। हालांकि बाल यौन उत्पीडन के मामले प्रकाश में आने के बाद हाल के वर्षों में कैथोलिक चर्च का प्रभाव कम हुआ है।
इस जनमत संग्रह से करीब तीन साल पहले आयरलैंड ने समान लिंग के लोगों के बीच विवाह के पक्ष में मतदान किया था। जनमत संग्रह के लिए पड़े वोटों की गिनती कल सुबह होगी और दिन में इसके नतीजे की घोषणा होने की संभावना है।